Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

यूपी के पूर्व DGP जगमोहन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज, मारपीट और जमीन कब्जाने का आरोप

Published

on

Case registered against former UP DGP Jagmohan yadav

Loading

मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर)। यूपी के पूर्व DGP जगमोहन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उप्र की जौनपुर पुलिस ने जिले के ग्राम सभा किल्हापुर तरहटी के प्रधान चंद्रेश गुप्त की तहरीर पर पूर्व पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव के विरुद्ध सोमवार की देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया।

ग्राम प्रधान का आरोप है कि दोपहर में ग्राम सचिवालय में बैठे होने के दौरान जगमोहन यादव ने उन्हें अपशब्द कहते हुए मारा-पीटा और जान से मार डालने की धमकी दी। उधर, मुख्यमंत्री के आदेश के अनुपालन में मंगलवार को दूसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा के बीच गांव में पैमाइश का कार्य हुआ।

पूर्व डीजीपी व उनके परिवार पर जमीन हड़पने का आरोप

पूर्व डीजीपी व उनके परिवार पर गांव के कई लोगों की निजी, सरकारी व मंदिर की भू-संपत्ति हड़पने का आरोप है। इस मुद्दे को लेकर ग्रामीण दो दशक से न्याय के लिए लड़ रहे हैं। गांव निवासी अनमोल दुबे एडवोकेट व मंदिर के पुजारी सुरेश उपाध्याय, संतोष उपाध्याय आदि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सितंबर को प्रार्थना पत्र दिया था।

उनका आरोप है कि जगमोहन यादव व उनके स्वजन ने ग्राम पंचायत के बनवाए शौचालय व विद्यालय को चारदीवारी में घेर लिया है। ग्रामसभा की जमीन पर कब्जा कर रखा है। जगमोहन ने पद व प्रभाव का दुरुपयोग कर राजस्व अभिलेखों में छेड़छाड़ कराकर मंदिर की साढ़े सात बीघा भूमि अपनों के नाम करा ली है।

सुरेश उपाध्याय ने डेढ़ दशक पूर्व न्यायालय में मुकदमा दायर कर रखा है। कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला प्रशासन सोमवार से भूमि की पैमाइश करा रहा है। पूर्व डीजीपी व उनके परिवार के लोग पैमाइश नहीं होने देना चाहते हैं।

आरोप है कि सोमवार को इसी विवाद को लेकर ग्रामसभा सचिवालय में राजस्व टीम के साथ बैठे ग्राम प्रधान को धक्का देकर बाहर निकाल दिया। ग्राम प्रधान को अपशब्द कहे और जान से मार डालने की धमकी दी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending