Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

लालू प्रसाद के 17 ठिकानों पर सीबीआई की रेड, जानिए क्या है मामला

Published

on

Loading

पटना। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आज शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनकी बेटी मीसा भारती के 17 ठिकानों पर जमीन के बदले नौकरी देने के सिलसिले में छापेमारी की।

जांच एजेंसी ने इनके खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। सीबीआई टीम ने हालाँकि मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन सूत्रों का कहना है कि पटना और गोपालगंज में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं।

यह छापेमारी 2004 और 2009 के बीच रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने से संबंधित है, जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे। लालू यादव इस समय दिल्ली में मौजूद हैं। वहीं तेजस्वी यादव लंदन गए हुए हैं।

लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे उस वक्त आए से संपत्ति मामले में सीबीआई पूछताछ करने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पहुंची है। राबडी आवास के पास तमाम पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी और तमाम लोग मौजूद है। किसी भी सुरक्षाकर्मी को अंदर बाहर जाने की इजाजत नहीं है। वकील भी राबड़ी आवास पहुंच चुके हैं।

सीबीआई लालू प्रसाद के पटना,दिल्ली,भोपाल,गोपालगंज के कई ठिकानों पर रेड कर रही है। लालू परिवार के सदस्यों से भी सीबीआई की टीम पूछताछ कर रही है। लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से उनके सरकारी आवास पर पूछताछ हो रही है।

जानकारी के अनुसार दिल्ली स्थित लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के आवास पर भी सुबह से सीबीआई की छापेमारी कर रही है। दरअसल 2004 से 2009 के बीच में रेलवे में भर्ती के नाम पर लालू प्रसाद यादव ने प्राइम लोकेशन पर कुछ लोगों से नौकरी के बदले जमीन लिखवाई थी। यह शिकायत जेडीयू के एक नेता ने दर्ज कराई थी।

बिजनेस

फिनटेक फर्म भारतपे और अशनीर ग्रोवर के बीच विवाद खत्म, दोनों पक्षों में हुआ समझौता

Published

on

Loading

नई दिल्ली। फिनटेक फर्म भारतपे और उसके पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच समझौता हो गया है। इस समझौते के साथ ही दोनों के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद भी खत्म हो गया है। फिनटेक कंपनी भारतपे ने सोमवार को कहा कि उसके पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर किसी भी रूप में कंपनी से नहीं जुड़ेंगे और न ही उनके पास कंपनी के कोई शेयर होंगे। भारतपे ने बयान में कहा कि भारतपे ने अपने पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के साथ एक निश्चित समझौता किया है। यानी कुल मिलाकर अब विवाद पर पूर्ण विराम लग गया है.

बता दें कि विवादों के चलते मार्च 2022 में अशनीर को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से निकाल दिया गया था। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दायर कानूनी मामलों को वापस लेने का फैसला लिया है। भारतपे ने इस मामले में एक बयान जारी किया है. कंपनी ने बयान में लिखा- भारतपे का फोकस, प्रॉफिट के साथ ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने पर रहेगा. हमारी तरफ से अशनीर ग्रोवर को शुभकामनाएं।

 

क्या बोले अशनीर ग्रोवर?

मैं भारतपे के साथ एक निर्णायक समझौते पर पहुंच गया हूं। मैं प्रबंधन और बोर्ड पर अपना भरोसा रखता हूं, जो भारतपे को सही दिशा में आगे ले जाने के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। मैं कंपनी के विकास के साथ लगातार जुड़ा हुआ हूं। मैं अब किसी भी पद पर भारतपे से नहीं जुड़ा रहूंगा, न ही कैपिटल टेबल का हिस्सा बनूंगा। मेरे शेष शेयरों का प्रबंधन मेरे फैमिली ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। दोनों पक्षों ने दायर मामलों को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि भारतपे अपने सभी हितधारकों के लाभ के लिए आगे बढ़ता रहेगा और सफल होता रहेगा।

Continue Reading

Trending