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मुख्य समाचार

चंद्रशेखर का ऐलान गोरखपुर सदर से सीएम योगी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले महीने विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले कई सीटों पर नेताओं के बीच की जंग दिलचस्प हो गई है। इन्हीं में से एक सीट गोरखपुर सदर की है। हाल ही में इस विधानसभा सीट से बीजेपी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपना उम्मीदवार घोषित किया था।

लेकिन अब इस सीट से आजाद समाज पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने अपनी दावेदारी पेश कर दी है। चंद्रशेखर ने गुरूवार को ऐलान किया कि वह गोरखपुर सदर सीट से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव में उतरेंगे। इससे पहले उनकी पार्टी ने 33 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी।

गोरखपुर पर टिकी सबकी निगाहें

यूपी के सीएम का गढ़ होने की वजह से इस विधानसभा चुनाव में सबकी नजर गोरखपुर पर टिकी हैं। सीएम योगी यहां की सदर सीट से पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इससे पहले इस सीट से लगातार चार बार से बीजेपी के राधा मोहन दास अग्रवाल विधायक रहे हैं। राधा मोहन साल 2002 से 2017 के चुनाव तक यहां से चुनाव जीतते आए हैं। बता दें कि गोरक्षनाथ मंदिर के प्रभाव की वजह से यह सीट 1967 के बाद से बीजेपी के पास ही रही है।

चंद्रशेखर के ऐलान के बाद दिलचस्प हुआ मुकाबला

सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बातचीत विफल होने के बाद आजाद समाज पार्टी ने अकेले यूपी के चुनाव में उतरने का फैसला किया है। इसी कड़ी में चंद्रशेखर ने गोरखपुर सदर सीट से मैदान में उतरने का ऐलान कर इस सियासी दंगल को दिलचस्प बना दिया है। दरअसल, सीएम योगी पहली बार विधानसभा का चुनाव इसी सीट से लड़ने जा रहे हैं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ केवल लोकसभा का ही चुनाव लड़ते आए हैं। वहीं सदर सीट से लगातार विधायक रहे राधा मोहन दास अग्रवाल टिकट कटने की वजह बगावती तेवर भी अपना सकते हैं। जिससे इस सीट पर बीजेपी का वोट बंट सकता है। ऐसे में चंद्रशेखर का गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

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नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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