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उत्तर प्रदेश

ज्ञानवापी के सील वजूखाने की सफाई शुरू, जिलाधिकारी की देखरेख में काम में लगे हैं 26 कर्मचारी

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Cleaning of sealed water shed of Gyanvapi started

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वाराणसी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने की सफाई जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की देखरेख में शनिवार की सुबह 9:30 बजे से शुरू हो गई। वजूखाने से मृत मछलियों को बाहर निकाला जाएगा।

जिंदा मछलियां अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन को सौंप दी जाएंगी। वजूखाने की सफाई के लिए नगर निगम ने 26 सफाईकर्मियों की टीम लगाई है। इसके अलावा मत्स्य विभाग और जलकल की टीम भी लगी है।

यह टीम मजिस्ट्रेट की निगरानी में वजूखाने की सफाई का काम कर रही है। वजूखाना का पूरा पानी पंप के सहारे बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद उसकी काई और गंदगी को साफ कर उसमें चूने का छिड़काव किया जाएगा।

जिला प्रशासन का कहना है कि वजूखाने की सफाई का काम दो से ढाई घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, सुरक्षा व यातायात व्यवस्था के मद्देनजर श्री काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के बाहर स्थानीय पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं।

ज्ञानवापी में मां श्रृंगार गौरी केस के वादी पक्ष और मसाजिद कमेटी के दो-दो प्रतिनिधियों को मौजूद रहने की इजाजत जिला प्रशासन की ओर से दी गई है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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