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नेशनल

PM मोदी से मिलने दिल्ली रवाना हुए CM नीतीश कुमार, इन मुद्दों पर कर सकते हैं चर्चा

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CM Nitish Kumar leaves for Delhi to meet PM Modi, can discuss these issues

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पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बिहार में NDA की नई सरकार का नेतृत्व संभालने के बाद नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री से यह पहली मुलाकात होगी। इसके पूर्व उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने भी एक दिन पहले प्रधानमंत्री से भेंट की थी।

शाह, नड्डा और आडवाणी से भी मिल सकते हैं नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान सीएम नीतीश कुमार बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग कर सकते हैं। उनकी बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात होने की संभावना है।

इस वजह से खास है सीएम नीतीश की यात्रा

नीतीश कुमार की दिल्ली की यह यात्रा कई मायने में महत्वपूर्ण है। वह प्रधानमंत्री के साथ राजनीतिक परिदृश्य के साथ-साथ बिहार के विकास से जुड़े मुद्दे पर भी बात कर सकते हैं। दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में लघु उद्यमी योजना का आरंभ किया है।

इस योजना के तहत बिहार के 94 लाख वैसे परिवार जिनकी आमदनी प्रति माह छह हजार रुपए से कम है को स्वावबलंबन के लिए दो-दो लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराएगी। फिलहाल राज्य सरकार अपने बजट से इसके लिए 250 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। NDA गठबंधन में आने के पहले भी वह इस योजना में केंद्र की मदद की बात कह चुके हैं।

12 फरवरी को बहुमत साबित करने की चुनौती

बिहार में अभी NDA को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 12 फरवरी से आरंभ होना है। इस सत्र में ही NDA की सरकार को अपना बहुमत साबित करना है। इस बारे में भी मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री के साथ चर्चा संभव है। मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली से वापस होंगे।

नेशनल

शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

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