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उत्तर प्रदेश

शिवपाल जी अभी भी मौका है, 2024 में खाता नहीं खुलने वाला: CM योगी का पलटवार

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CM yogi in UP Assembly Monsoon Session 2023 today

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लखनऊ। उप्र विधानसभा में आज पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने दूध के बंद प्लांटों को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि आप किसानों, गरीबों की पीड़ा को नहीं समझेंगे।

2024 में आपका खाता भी नहीं खुलने वाला

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष अपनी विफलता को छुपाने के लिए, अब  गरीबों को जो सरकारी आयुष्मान के कारण सुविधा मिल रही है वो नहीं दिखाई दे रही है। हमें विरासत में एक जर्जर व्यवस्था मिली थी उसे ठीक करने में समय तो लगता है।

योगी ने विपक्ष पर तंज कसा कि 2024 में आपका खाता भी नहीं खुलने वाला है। 24 में फिर से डबल इंजन की सरकार आने वाले है। शिवपाल जी मैं कह रहा हूं आपके पास अभी भी मौका है, अपना रास्ता चुन लीजिए।

61320 किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया

सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के कारण फसलों को जो नुकसान पहुंचा उसके आकलन का कार्य चल रहा है। उत्तर प्रदेश, देश का ऐसा भूभाग है जहां का एक बड़ा हिस्सा सिंचाई की सुविधाओं के लिए अनुकूल है। धान की नर्सरी लग चुकी है। सरकार अपने स्तर पर इस पर काम कर रही है।

सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है कि हम अधिक से अधिक किसानों को मदद कर सकें। किसानों को मुआवजा देने की कार्रवाई को प्रारंभ कर दिया गया। 61320 किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया गया। प्रदेश सरकार ने इससे पहले भी किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया।

इस वर्ष मानसून की स्थिति प्रदेश के अनुकूल नहीं

सीएम योगी ने कहा कि खासतौर पर उत्तर प्रदेश के अंदर आज के दिन हम देखेंगे तो 15 से 20 जून के अंदर मानसून प्रवेश कर जाता था, हमारे अन्नदाता उसके हिसाब से ही तैयारी करते हैं। इस वर्ष मानसून की जो स्थिति है वो प्रदेश के अनुकूल नहीं है।

आज आधा उप्र ऐसा है जहां काफी कम बारिश हुई है। ये स्थिति उप्र के पश्चिम के कुछ जिलों में अतिरिक्त पानी की बात सामने आई है लेकिन वह स्थिति भी ठीक नहीं है। हम लोग किसी भी स्थिति में इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। हमने इसके लिए मीटिंग की और इस पर रणनीति बनाई।

शिवपाल जी के साथ जो हुआ वो ठीक नहीं हुआ

सीएम योगी ने कहा कि जब बाढ़ और सूखे पर चर्चा की बात आई तो उसका विषयांतर करने की कोशिश की है। आप जिस सांड की बात कर रहे हैं वो भी इसी के अंतर्गत आता है। आपने जो अखबार की कटिंग पेश की है उसमें लगता है शिवपाल जी ने कुछ कटिंग आपनी रख दी है। शिवपाल जी के साथ जो हुआ वो ठीक नहीं हुआ। हमारी संवेदना उनके साथ है।

उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सभी लोगों का हृदय से धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने किसानों, बाढ़ और अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखे और सलाह ही दी। पिछले एक घंटे से विरोधी दल के नेता को केवल गोरखपुर की बाढ़ ही दिखी और कुछ नहीं दिखी।

उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं। क्योंकि जो लोग जन्म से चांदी की चम्मच में खाने के आदी हैं वो एक गरीब की पीढ़ा को क्या समझेंगे। पिछड़ों की पीड़ा को क्या समझेंगे। महोदय, महान नेता चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश की प्रगति का मार्ग खेत, खलियानों और गलियों से होकर जाता है। इस बात को अगर समाजवादी पार्टी ने इस को ध्यान में रखा होता है तो इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्या किसानों ने नहीं की होती।

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों को कामयाबी, एक दिन-एक शिफ्ट में होगी PCS की परीक्षा

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प्रयागराज। प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की बड़ी जीत हुई है। UPPSC ने उनकी मांगें स्वीकार कर ली हैं। RO/ARO की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही अब PCS की परीक्षा एक ही शिफ्ट में होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षाओं के दो दिन दो शिफ्ट में कराने का निर्णय लिया था, जिसके विरोध में हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों ने आयोग के नोटिस जारी होने के साथ ही फैसले के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन किया।

अधिकारियों ने प्रदर्शनकरी छात्रों से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसके बाद पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप करते हुए आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक आयोग से छात्रों के हितों में फैसले के लिए कहा। सीएम योगी की पहल के बाद आयोग ने अपना फैसला वापस ले लिया और छात्रों की एक दिन एक शिफ्ट में पेपर की मांग को मान स्वीकार कर लिया।

वहीँ आरओ/एआरओ (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति गठित की गई है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी। आसान भाषा में कहें तो आयोग ने सीएम योगी के निर्देश पर फैसला लिया है कि यूपीपीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न से होंगी यानी एक ही दिन में यह परीक्षा आयोजित होगी। जबकि RO/ARO परीक्षा पर फैसले के लिए कमेटी बनाने की घोषणा की गई है।

कब होंगे पेपर?

जानकारी के लिए बता दें कि पीसीएस की परीक्षा के लिए दो चरण होते हैं, पहला प्रीलिम्स और दूसरा मेंस। पहले ये पेपर चार शिफ्ट में 7 और 8 दिसंबर को होने थे पर अब नए आदेश में यह परीक्षा एक ही दिन में दो शिफ्ट में आयोजित होगी। वहीं, RO/ARO परीक्षा में एक ही पेपर होता है, जो पहले 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में होनी थी, जिस पर अब कमेटी बना दी गई है जो जल्द ही अपना रिपोर्ट देगी।

 

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