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मुख्य समाचार

सीएम योगी ने रखी राममंदिर के गर्भगृह की आधारशिला, कहा- मेरे लिए सौभाग्य‍ की बात

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अयोध्‍या। धर्म नगरी अयोध्‍या में भव्‍य राममंदिर के निर्माण में आज का दिन बेहद खास है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अयोध्‍या पहुंचकर गर्भगृह में पहली शिला रख दी है। इसके साथ ही कई वर्षों से तराशे जा रहे पत्‍थरों का इस्‍तेमाल शुरू हो गया।

इससे बड़े गौरव की बात क्‍या होगी-सीएम योगी

राममंदिर के गर्भगृह के शिलान्‍यास के बाद सीएम योगी ने कार्यक्रम स्‍थल पर मौजूद साधु-संतों और आम लोगों को सम्‍बोधित करते हुए कहा कि इससे बड़े गौरव का विषय क्‍या हो सकता है कि आक्रांताओं ने भारत की आस्‍था पर प्रहार किया था, लेकिन अंतत: सत्‍य की विजय हुई। सत्‍यमेव जयते ने एक बार फिर अपनी सार्थकता को सिद्ध किया है।

राममंदिर गर्भगृह की पहली शिला रखने के मौके पर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मंदिर के आर्किटेक्ट के अलावा कारीगरों को सम्मानित भी किया।

जल्‍द तैयार होगा भव्‍य राममंदिर, शिलापूजन के बाद बोले सीएम योगी

रामलला के गर्भगृह में शिलापूजन व पहली शिला रखने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज का दिन बेहद शुभ और ऐतिहासिक है। शिलापूजन मेरे लिए सौभाग्‍य की बात है।

उन्होंने कहा राममंदिर देश का राष्‍ट्रमंदिर होगा। आज से शिलाओं के रखने का काम तेजी से शुरू हो जाएगा। जल्‍द ही भव्‍य राममंदिर बनकर तैयार होगा। दो साल पहले पीएम मोदी ने इसका शुभारंभ किया था।

मंत्रोच्‍चार के बीच सीएम योगी ने रखी आधारशिला

इससे पूर्व अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे राम मंदिर निर्माण स्थल पहुंचे। उन्‍होंने वहां मंत्रोच्चार के बीच गर्भगृह की आधारशिला रखी।

इसके साथ ही 29 मई से शुरू हुआ सर्वदेव अनुष्‍ठान का समापन हो गया है। आधारशिला रखने के बाद से वर्षो से तराशे गए पत्‍थरों का इस्‍तेमाल शुरू हो गया है।

cm yogi in ayodhya

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने की बड़ी तैयारी

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इस ऐतिहासिक पल के लिए काफी तैयारियां की गई थी। ट्रस्ट महासचिव चंपत राय परिसर में ही रहकर पूरी व्यवस्थ की देख रेख कर रहे थे। रामलला के दिव्य और ऐतिहासिक मंदिर के गर्भगृह के निर्माण स्थल पर पूजन के लिए एक छोटा टेंट लगाया गया था।

उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

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