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मुख्य समाचार

भाजपा के प्रत्याशियों की सूची सामाजिक न्याय का मॉडल: सीएम योगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग कानून से खिलवाड़ करते थे,उनको गिरफ्त में लाने का जज़्बा होना चाहिए जो भाजपा सरकार ने करके दिखाया।मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को बुलंदशहर में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जहां पिछली सरकारों में दंगे होते थे और महीनों कर्फ्यू लगा रहता था लेकिन 2017 के बाद उत्तर प्रदेश की स्थिति बदली हुई है।

सीएम योगी ने कहा कि आज उसी उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा होती है, जेवर में एयरपोर्ट बनाया जाता है, सहारनपुर में शाकुंभरी देवी के नाम पर और अलीगढ़ में महेंद्र सिंह के नाम पर यूनिवर्सिटी बन रही हैं। बुलंदशहर में कल्याण सिंह नाम पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। मेजर ध्यानचंद के नाम पर मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के नए मॉडल के साथ उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा सरकार बनेगी।

सपा पर कड़ा प्रहार करते ही उन्होंने कहा कि उनकी प्रत्याशियों की सूची बताती है कि उनकी सोच क्या है। सपा ने कैराना, लोनी, बुलंदशहर, सहारनपुर के जिन प्रत्याशियों को टिकट दिया है वह सब किसी न किसी मुकदमों में नामजद है। सपा की प्रत्याशियों की सूची से साफ लगता है कि उनकी मंशा देश में विघटन अराजकता और विनाश की राजनीति करने वाली है और माफियाओं और पेशेवरों को संरक्षण देने की नीति है।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में पहले अपने परिवार के लिए बंगले बनाये जाते थे लेकिन भाजपा सरकार ने गरीबों के लिए 45 लाख मकान बनवाये। यह फर्क है सपा और भाजपा सरकार में।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनता ने परिवारवाद, जातिवाद और वंशवादी पार्टी को पिछले चुनाव में सबक सिखाया था। 2022 के चुनाव में भी जनता जनार्दन का आशीर्वाद भाजपा पार्टी को मिलेगा।

भविष्य के प्रति आश्वस्त करते हुए योगी ने कहा कि 2022 में भाजपा जीत के बाद उत्तर प्रदेश को देश में नंबर एक अर्थव्यवस्था की ओर लेकर चलेगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 में भी भाजपा ने सबसे आगे रहकर हित में काम किया। इस बार भी कोरोना महामारी की तीसरी लहर में चुनावी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है, आप लोग सुरक्षित रह कर चुनाव में वोट देने का काम करें।

उन्होंने कहा कि 2017 के बाद प्रदेश की छवि देश में बदली है। 2012 में जब सपा सरकार बनी तो सबसे पहले सपा सरकार ने राम मंदिर पर हमला करने वाले आतंकवादियों के केस वापस लेने का काम किया था और जब भाजपा 2017 में सरकार बनी तो भाजपा का सबसे पहला काम था कि प्रदेश में अवैध बूचड़खाने को बंद किया गया, बच्चियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड को सुचारू काम के लिए एक्टिव किया गया और 86 लाख किसानों का 36000 करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया गया। दोनों पार्टियों की कार्यशैली में फर्क साफ नजर आता है।

सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर बल देते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस बार चुनाव में भाजपा की सूची में 66 प्रतिशत टिकट अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जाति और अति पिछड़ी जाति को दिये गये। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सामाजिक न्याय का मॉडल न सिर्फ खुद अपनाया बल्कि प्रत्याशियों के माध्यम से भी आम लोगों के सामने रखा है। दूसरी तरफ पेशेवर दंगाई, पेशेवर अपराधी और पेशेवर हिस्ट्रीशीटर समाजवादी सोच के अनुरूप समाजवादी पार्टी की सूची की शोभा बढ़ा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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