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प्रादेशिक

आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण आधार हैं ओडीओपी उत्पाद: सीएम योगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परंपरागत शिल्प को प्रोत्साहन देने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अभिनव योजना “एक जनपद-एक उत्पाद” के शानदार नतीजे देखने को मिल रहे हैं। लोकप्रिय ई-कॉमर्स प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट पर बीते सवा साल में ₹1,000 करोड़ के 02 करोड़ से अधिक ओडीओपी उत्पाद खरीदे गए हैं। सोमवार को फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी से भेंट कर उन्हें यह जानकारी दी, साथ ही ओडीओपी योजना के लिए सीएम का आभार भी जताया।

मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस भेंट में फ्लिपकार्ट के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने सीएम योगी को बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में उनके पोर्टल के माध्यम से एक हजार करोड़ रुपये के दो करोड़ से अधिक ओडीओपी उत्पाद बिक चुके हैं। यही नहीं, बिक्री में वर्ष 2020 से अब तक हर तिमाही में पिछली तिमाही 52 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे शिल्पकारों को भी खासी आमदनी हुई है। फ्लिपकार्ट पर ओडीओपी उत्पादों को लेकर लोगों के शानदार उत्साह पर सीएम योगी ने खुशी जताई।

उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना “आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश” के सपने को पूरा करने का महत्वपूर्ण आधार है। आज पूरी दुनिया में हमारे पारंपरिक शिल्प उत्पाद पसंद किए जा रहे हैं। यह शिल्पियों को आर्थिक स्वावलम्बन तो दे रही है, उत्तर प्रदेश को विशिष्ट पहचान भी मिल रही है। सीएम ने कहा कि शिल्पकारों को आधुनिक उपकरण व जरूरी प्रशिक्षण सहित जिस भी चीज की जरूरत होगी, सरकार उन्हें मुहैया कराएगी।

बता दें कि पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सभी 75 जिलों के एक-एक पारंपरिक शिल्प को आधार बनाते हुए “एक जिला एक उत्पाद योजना” की शुरुआत की। योजनांतर्गत सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने संभावनाओं वाले उत्पादों को हर जिले से चुना। सरकार ने शिल्पकार और कारीगरों के कौशल विकास के साथ ही उन्हें संसाधन और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराया। न सिर्फ उत्पादों की गुणवत्ता पर जोर दिया गया, बल्कि उत्पादों को विश्व बाजार में पहुंचाने के लिए विभिन्न ई-मार्केट पोर्टल से भी करार हुआ।

इस तरह प्रदेश से होने वाले कुल निर्यात में ओडीओपी की हिस्सेदारी लगभग 80 फीसद पर पहुंच गई। देखते ही देखते ओडीओपी योजना पूरे देश में छा गई। अब इस कड़ी में नई उपलब्धि जुड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक मौकों पर इसकी तारीफ की तो केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय आम बजट पेश करते समय इस योजना का जिक्र किया और इसे पूरे देश के लिए अनुकरणीय बताया।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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