Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर भगवान बिरसा मुंडा की 146वीं जयंती समारोह में शामिल हुए सीएम योगी

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज जनपद वाराणसी में आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 146वीं जयंती समारोह में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित किये।

मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज पूरा देश प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में भारत माता के महान सपूत, राष्ट्र नायक, क्रांति दूत, स्वाधीनता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 146 वीं जयंती को भव्यता व हर्षोल्लास से मना रहा है। उस कालखंड में स्वयं को बलिदान करने वाले जनजातीय समाज के भगवान बिरसा मुंडा का जन्म झारखंड राज्य में 15 नवंबर, 1875 को हुआ था।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महानता का कारक व्यक्ति का कार्य होता है। भगवान बिरसा मुंडा ने 25 वर्ष की आयु में स्वाधीनता एवं जनजाति के उत्थान के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। वे अंग्रेजों की कुटिलता का शिकार हुए। उनका यह बलिदान और त्याग भारत की स्वाधीनता का मंत्र बन गया। उनके बलिदान की 47 वर्ष से कम अवधि में भारत को स्वाधीनता हासिल हो गई। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता का तात्पर्य देशवासियों द्वारा स्वयं नीतियां बनाकर समाज के सम्मान व स्वावलंबन हेतु कार्यक्रमों को बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 100 वर्ष पूर्व देश व दुनिया में महामारी आई थी। उस समय 2.5 करोड़ लोगों की मृत्यु हुई थी, तब देश पराधीन था। देश में उस समय उपचार, टेस्ट, टीका व राहत के तौर पर खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था नहीं थी। जब 100 वर्ष बाद कोरोना महामारी का प्रकोप आया, स्वाधीन भारत में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना महामारी को सकुशल नियंत्रित किया गया जो सबके सामने है।

इस दौरान सभी जरूरतमंदों को निःशुल्क खाद्यान्न, वृद्ध, निराश्रित महिलाओं एवं दिव्यांगजन आदि को पेंशन, उद्यमियों को ऋण, स्ट्रीट वेंडरों को स्वनिधि योजना से लाभान्वित किया गया। प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश में 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया तथा देशवासियों को निःशुल्क वैक्सीनेशन, निःशुल्क जांच की सुविधा दी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में 110 करोड़ लोगों को तथा उत्तर प्रदेश में 14 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में कोरोना महामारी के नियंत्रण हेतु अच्छा प्रबंधन हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी स्वयं कहते हैं कि वह सेवक के रूप में कार्य करते हैं, शासक के रूप में नहीं। आज समाज का हर वर्ग बिना भेदभाव विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनजातीय समाज भारत की संपदा का रक्षक रहा है।

देश के अनमोल रत्नों की रक्षा हेतु निरंतर कार्य किया। उत्तर प्रदेश सरकार जनजाति उत्थान के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में वन गांवों को राजस्व गांव की मान्यता दी जा रही है। प्रदेश सरकार जनजाति वर्ग के लोगों को जमीन का पट्टा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड व रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविंद्र जायसवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नगर विकास, शहरी समग्र विकास मंत्री श्री आशुतोष टंडन, पर्यटन, संस्कृति, धमार्थ कार्य मंत्री डॉ0 नीलकंठ तिवारी, जनपद वाराणसी की महापौर श्रीमती मृदुला जायसवाल सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

Published

on

Loading

लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

Continue Reading

Trending