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प्रादेशिक

सीएम योगी ने किया 15 बीएसएल-2 प्रयोगशाला का लोकार्पण

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहाँ कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश मेडिकल हब बनने की तरफ बढ़ रहा है। रविवार को लोक भवन में आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में कोरोना महामारी के पहले मेडिकल सुविधाएं न के बराबर थीं उसी प्रदेश के 75 जिलों के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बेड, एक लाख 80 हजार इमरजेंसी बेड और 518 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। सभी जनपदों में वेंटीलेटर जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है। 33 मेडिकल कालेज बन रहे हैं जिनमें नौ मेडिकल कालेज शुरू होने की स्थिति में आ चुके हैं।

मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर लोकसेवा आयोग से चयनित 310 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिए तो दूसरी ओर 15 बीएसएल-2 प्रयोगशालाओं का लोकार्पण भी किया। ये लैब अमरोहा, बागपत, संभल, हरदोई, भदोही, चंदौली, शामली, रामपुर, प्रतापगढ़, हापुड़, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, फरूर्खाबाद, सुलतानपुर, संतकबीरनगर में संचालित की जायेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत में हमारी पास कोई मेडिकल सुविधाएं नहीं थीं। हमें मरीजों को इलाज और जांच के लिए बाहर भेजना पड़ा था। लेकिन अब प्रदेश मेडिकल हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। मौजूदा समय में प्रदेश रोजाना चार लाख टेस्ट करने की क्षमता रखता है। 26 जनपद ऐसे थे जहां आईसीयू में एक भी कोरोना बेड नहीं था।

आज सभी 75 जिलों के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। यही नहीं लेवल वन, लेवल टू और लेवल थ्री मरीजों के लिए एक लाख 80 हजार बेड कोरोना से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इन अस्पतालों में वेंटीलेटर समेत अन्य सुविधाएं भी मौजूद हैं। ऑक्सीजन के मामले में अब किसी जनपद को किसी अन्य जनपद के सहारे नहीं रहना पड़ेगा। प्रदेश सरकार ने छह महीनों में 518 ऑक़सीजन प्लांट लगाए हैं। 31 ऑकसीजन प्लांट अभी और लगाए जाने हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूरोप, इंग्लैंड और चीन में फिर से कोरोना का कहर है। लेकिन हमारे यूपी में कोरोना की थर्ड वेब की कोई आशंका नहीं है। हमने इस थर्ड वेब से निपटने की प्लानिंग पहले ही कर ली थी। हमें विश्वास है अपने चिकित्सकों, हेल्थ वर्कर, आशा, आंगनबाड़ी समेत सभी कोरोना वारियर्स पर।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मेडिकल हब बनने की तरफ बढ़ रहे हैं। पिछले सत्तर वर्षों में प्रदेश के अन्दर केवल 12 मेडिकल कालेज थे अब साढ़े चार वर्षों में ही 33 नए मेडिकल कालेज बन रहे है। इनमें से आठ ऐसे मेडिकल कालेज हैं जिनमें एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। वहीं 9 मेडिकल कालेज जल्द ही शुरू हो जाएंगे। यही नहीं सभी जनपदों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा मिल सके इसलिए नए विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती शुरू कर दी है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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