Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

विकास के पैसे को लूटा गया, अराजकता का नया तांडव शुरू हुआ: सीएम योगी

Published

on

Loading

लखनऊ। स्वार्थ की राजनीति ने कानपुर के औद्योगिक स्वरूप को बरबाद कर दिया। यहां फैक्ट्रियां बंद हो गईं औद्योगिक गतिविधियां बंद हो गईं, अराजकता का नया तांडव शुरू हुआ। विकास की बात तो दूर विकास के पैसे को लूटा गया। आपने देखा होगा कि दीवालों को खोदकर किस तरह इनकम टैक्स वाले नोटों की गड्डियां निकाल रही हैं। इससे पता चलता है कि विकास का पैसा कहां ले जाया जाता था। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर बड़ा हमला बोलते हुए यह बातें कहीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा, बसपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन दलों ने स्वार्थ की राजनीति करके कानपुर के औद्योगिक ढांचे को पूरी तरह से बरबाद कर दिया। कानपुर से विकास को इतनी दूर कर दिया गया कि यहां का कारोबारी ढांचा तहस-नहस हो गया।
उन्होंने कहा कि मां गंगा के निकट यातायात की आधुनिक सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ है। कानपुर की पहचान एक औद्योगिक नगर की रही है इसके साथ ही कानपुर की उससे पहले पहचान मां गंगा की अविरल धारा के कारण भी रही है। कानपुर के बिठूर ने देश की आजादी के एक प्रमुख गढ़ के रूप में विख्यात रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कानपुर में मां गंगा को अविरल धारा दी गई। कानपुर में शीशामऊ के पास सबसे क्रिटिकल प्वाइंट हुआ करता था। नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से क्रिटिकल प्वाइंट को समाप्त करके मां गंगा की अविरलता को बनाया गया।

उन्होंने कहा कि पब्लिक यातायात की सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्था मेट्रो और बीना-पनकी भारत पेट्रोलियम पाइप लाइन का उपहार देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी आए हैं। उन्होंने बताया कि दो वर्ष दो महीने में कानपुर मेट्रो का काम पूरा होना था। लेकिन कोरोना जैसी महामारी के बावजूद समय से पहले ही कानपुर मेट्रो परियोजना का काम पूरा करा लिया गया। नौ किलोमीटर की यह मेट्रो परियोजना पूरी होने के साथ ही मेट्रो की सुविधा देने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश के पांच शहरों में मेट्रो यातायात की सुविधा दी जा रही है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending