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मुख्य समाचार

सीएम योगी ने 68 करोड़ रुपये की लागत वाली 20 विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में एक करोड़ विद्यार्थियों को मुफ्त दिए जा रहे टैबलेट व स्मार्ट फोन में डिजिटल एक्सेस और विश्व स्तरीय शानदार कंटेंट की सुविधा भी मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही इन टैबलेट व स्मार्ट फोन में केंद्र व प्रदेश सरकार की रोजगारपरक योजनाओं की संपूर्ण जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी।

सरकार युवाओं की पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऐसे इंतजाम सुनिश्चित कर रही है जिससे उन्हें बाहर जाने की नौबत न आए। देश में आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य के युवा अब स्मार्ट बनेंगे।

सीएम योगी शुक्रवार को भरोहिया विकास खंड में राष्ट्र संत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करने, विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट-स्मार्ट फोन वितरित करने तथा जनपद को 68 करोड़ रुपये की लागत वाली 20 विकास परियोजनाओं की सौगात देने के अवसर पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 50.48 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण 15 परियोजनाओं का लोकार्पण व 17.31करोड़ रुपये की लागत वाली पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया। सीएम के हाथ मिली सौगातों में प्रदेश के पहले स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का शिलान्यास भी शामिल है। लोकार्पण व शिलान्यास समारोह के दौरान 1000 विद्यार्थियों में टैबलेट-स्मार्ट फोन का वितरण भी हुआ जिनमें से 22 विद्यार्थियों को मंच पर मुख्यमंत्री के हाथों टैबलेट-स्मार्ट फोन प्राप्त हुआ।

गुरु गोरखनाथ विद्यापीठ भरोहिया में आयोजित समारोह की संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तय किया है कि स्नातक-परास्नातक, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, स्किल डेवलपमेंट का कोर्स करने वालों या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त में स्मार्ट फोन व टैबलेट दिए जाएंगे। एक करोड़ युवाओं के लिए इस कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर लखनऊ में 60000 युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन वितरित किए गए। वाराणसी, गोरखपुर, अलीगढ़, सहारनपुर आदि जिलों में टैबलेट-स्मार्ट फोन वितरण में वह (सीएम योगी) स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकार कॉलेजवार टैबलेट व स्मार्टफोन उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टैबलेट व स्मार्ट फोन में सरकार दो अतिरिक्त सुविधाओं को भी मुफ्त देगी। पहला डिजिटल एक्सेस। बहुत से ऐसे विद्यार्थी होंगे जिनके माता पिता गरीबी के चलते इसके डिजिटल एक्सेस का व्ययभार वहन नहीं कर सकते, ऐसे में उन्हें अब कोई परेशानी नहीं होगी। दूसरा दुनिया की बेहतरीन कम्पनियों को जोड़कर इस पर बेहतरीन कंटेंट व पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जा रहा है।

*पढ़ाई के दौरान ही करियर का रास्ता चुन सकेंगे युवा*
सीएम योगी ने कहा कि टैबलेट व स्मार्टफोन के जरिये युवा पढ़ाई के दौरान ही अपने करियर का रास्ता चुन सकेंगे। इसके लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना, स्टैंडअप योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना को भी टेबलेट व स्मार्ट फोन से जोड़ा जा रहा है।

*10 हजार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग*
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 10 हजार युवाओं को मुफ्त टैबलेट-स्मार्ट फोन देकर उन्हें निशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कोरोनाकाल के दौरान कोटा (राजस्थान) में फंसे प्रदेश के 15 हजार युवाओं को वहां के कांग्रेस सरकार के असहयोग के बावजूद पांच सौ बसों को भेजकर सुरक्षित वापस उनके घर पहुंचाया गया। प्रदेश में ही निशुल्क अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था हो जाने से अब यहां के युवाओं को बाहर जाने की नौबत नहीं आएगी। अभ्युदय कोचिंग ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में उपलब्ध कराई जा रही है। बेहतर पाठ्यक्रम के साथ ही आईएस, आईपीएस, पीसीएस, पीपीएस अधिकारियों, डॉक्टर-प्रोफेसर आदि को इससे जोड़ा जा रहा है।

*स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए खुद को तैयार करें युवा*
ज्ञान असीमित होता है, इसकी कोई सीमा नहीं होती। जितना अर्जित हो सके इसे उतना अर्जित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा खुद को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करें क्योंकि शॉर्टकट से स्थाई सफलता नहीं मिलती। स्थाई सफलता के लिए परिश्रम से इमानदारी पूर्वक प्रयास करना होगा। सीएम ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। पौने पांच वर्ष के कार्यकाल में सरकार ने 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है, 1.61 करोड़ को अन्य रोजगार तथा 60 लाख को स्वतः रोजगार से जोड़ा गया है। इतने बड़े पैमाने पर युवाओं का सेवायोजन पहले कभी नहीं हुआ था। यह इस बात का भी प्रमाण है कि सोच ईमानदार हो तो काम भी दमदार दिखता है।

*विद्यार्थियों को वैक्सीन लगवाने को किया प्रेरित*
समारोह के दौरान सीएम योगी ने विद्यार्थियों को कोविड वैक्सीन लगवाने को प्रेरित किया। कहा कि 15 वर्ष से अधिक उम्र के विद्यार्थी वैक्सीन जरूर लगवा लें। कोरोना के खिलाफ लड़ाई को जीतना है तो इसमें सभी को सहभागी बनना होगा। सीएम ने कहा कि थर्ड वेव खतरनाक नहीं है लेकिन सावधानी व सतर्कता आवश्यक है। जिन लोगों को पहले से गंभीर बीमारी हो तो वह बीमारी को छिपाकर “आ बैल मुझे मार” वाली स्थिति न बनाएं। बीमारी से भागें या घबराएं नहीं बल्कि सतर्कता बढ़ाएं।

*भरोहिया से था ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का गहरा लगाव*
सीएम योगी ने भरोहिया में अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। प्रतिमा की स्थापना को लेकर उन्होंने ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संजय सिंह व उनकी टीम के प्रति आभार भी जताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भरोहिया से उनके गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी का गहरा व विशेष लगाव था। यहां पितेश्वरनाथ मंदिर के पुनरुद्धार का कार्य उन्होंने स्वयं कई बार कराया तो गुरु गोरखनाथ विद्यापीठ की स्थापना उन्हीं के आशीर्वाद का प्रतिफल है। योगी ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ मानीराम से पांच बार विधायक और गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से चार बार सांसद रहे। वह भरोहिया क्षेत्र के हर एक व्यक्ति को पहचानते थे। उनकी यहां स्थापित प्रतिमा जनसेवा के साथ सामाजिक समरसता के लिए जन-जन को प्रेरित करेगी।

*आगामी सत्र से एसआईएचएम में पढ़ाई का प्रयास*
सीएम योगी ने कहा कि आज सहजनवा के गीडा में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (एसआईएचएम) का शिलान्यास भी हो रहा है 16 करोड रुपए की लागत से बनने वाले इस संस्थान को लेकर प्रयास होगा कि आगामी सत्र से यहां पाठ्यक्रमों का संचालन शुरू हो जाए। इस संस्थान से युवाओं को अपना सुनहरा भविष्य आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही सीएम ने पर्यटन, चिकित्सालय, पुल, सड़क आदि से संबंधित महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

*पूरा हुआ गोरखपुर की मीडया का सपना*
सीएम योगी ने जिला सूचना कार्यालय व सूचना संकुल भवन का लोकार्पण करते हुए सूचना विभाग व मीडियाकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि गोरखपुर की मीडिया का एक बड़ा सपना साकार हुआ है। सूचना संकुल मीडिया प्रतिनिधियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है।
लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में स्वागत संबोधन कैंपियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने किया। इस अवसर पर विधायकगण संत प्रसाद, शीतल पांडेय, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष रमाकांत निषाद, ब्लॉक प्रमुख सुनीता सिंह, बृजेश यादव, नगर पंचायत पीपीगंज के चेयरमैन गंगा प्रसाद जायसवाल, संजय सिंह आदि की सक्रिय सहभागिता रही।

*इन प्रमुख प‌रियोजनाओं की सीएम योगी ने दी सौगात*
– कसिहार-सेमरा मानिकचक संपर्क मार्ग पर राप्ती नदी के लिए चंदा घाट पुल का लोकार्पण, लागत 35.26 करोड़ रुपये
– जिला सूचना कार्यालय भवन/ सूचना संकुल का लोकार्पण, लागत 3.05 करोड़ रुपये
-सहजनवां में स्थित कबीर धूनी/ गोरख तलैया के सुंदरीकरण कार्यों का लोकार्पण, लागत 4.10 करोड़ रुपये
– जिला जेल में 120 बंदियों के लिए बैरक का लोकार्पण, लागत 1.80 करोड़ रुपये
– सहजनवा में बनने वाले प्रदेश के पहले स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का शिलान्यास, लागत16.29 करोड़ रुपये

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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