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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी बोले- यूपी में निवेश करें स्टील क्षेत्र के उद्यमी, माहौल निवेश के लिए अनुकूल

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CM Yogi said- Steel sector entrepreneurs should invest in UP

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है। सही मायने में कहा जाए तो यूपी अब भारत की विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। सीएम योगी आज शुक्रवार को इंडियन स्टील एसोसिएशन द्वारा होटल ताज में आयोजित समिट को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का बेहतरीन वातावरण है। सीएम योगी ने निवेशकों आश्वस्त करते हुए कहा कि आपके निवेश की सुरक्षा की गारंटी सरकार की है। इसके साथ ही उन्होंने निवेशकों को सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग दिए जाने की बात भी कही।

देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो प्लेटफार्म उप्र के पास

सीएम योगी ने कहा कि विगत छह वर्षों में उप्र की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। आज प्रदेश में पर्व और त्योहारों में कोई दंगा-फसाद नहीं होता है। वीवीआईपी की विजिट बहुत सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होती है। 2019 के प्रयागराज कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, लेकिन कहीं कोई आराजकता नहीं फैली।

उन्होंने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश ने एक लंबी छलांग लगाई है। आज निवेश मित्र के रुप में देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो प्लेटफार्म उत्तर प्रदेश के पास है। सीएम योगी ने कहा कि 25 सेक्टर की पॉलिसी उत्तर प्रदेश ने जारी की है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ होने वाले MoU की मॉनिटरिंग ‘निवेश सारथी’ पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।

आज हम दिल्ली से पटना दस घंटे में पहुंच सकते हैं

सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बेहतर हो चुकी है। 2017 के पहले प्रदेश में मात्र दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज नौ एयरपोर्ट पूरी तरह से क्रियाशील हैं, जिनमें तीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इस वर्ष के अंत तक हम लोग 10 नए एयरपोर्ट को क्रियाशील कर देंगे, जिनमें अयोध्या और जेवर दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे।

उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में काफी कार्य हुए हैं। वर्तमान में 13 एक्सप्रेस-वे संचालित और प्रस्तावित हैं। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। इस एक्सप्रेस-वे के माध्याम से आज हम दिल्ला से पटना दस घंटे में पहुंच सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से सबसे विपन्न क्षेत्र माना जाता था। आज यह क्षेत्र भी एक्सप्रेसवे से जुड़ चुका है। अब पांच घंटे में दिल्ली से चित्रकूट की यात्रा कर सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे का भी कार्य भी तेजी के साथ चल रहा है, जिसे हम 2025 तक पूरा कर लेंगे। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से मात्र छह घंटे में मेरठ से प्रयागराज जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप अपनी विकास यात्रा को आगे बढ़ा रहा है। वाराणसी में मल्टी मॉडल टर्मिनल की स्थापना की कार्रवाई भी युद्ध स्तर पर आगे बढ़ चुकी है। दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के इंटर जंक्शन उत्तर प्रदेश के दादरी में ही हैं। वहां पर मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब के निर्माण की कार्यवाही और बोड़ाकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब की स्थापना का कार्य भी युद्ध स्तर पर आगे बढ़ चुका है।

कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, इंडियन स्टील एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप ओमेन, चेयरमैन स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अमरेंद्र प्रकाश समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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