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प्रादेशिक

सीएम योगी लॉन्च करेंगे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का लोगो, शुभंकर, एंथम और जर्सी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मेजबानी में पहली बार होने जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) के तहत शुक्रवार को सीएम योगी इसके लोगो, शुभंकर, एंथम और जर्सी को लॉन्च करेंगे। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होने वाले इस समारोह में केंद्रीय खेल और युवा कल्याण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर सीएम योगी और अनुराग सिंह ठाकुर मशाल रिले को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। अगले 20 दिनों तक उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में चार मशालें घूमेंगी और इस रैली का हर जिले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्वागत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यूपी में बड़े पैमाने पर खेलों के कायाकल्प में जुटी योगी सरकार के प्रयासों के चलते 25 मई से प्रदेश के चार शहरों में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन लखनऊ में 25 मई को बीबीडी यूनिवर्सिटी क्रिकेट ग्राउंड में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ शुरू होगा और इसका समापन 3 जून को बीएचयू वाराणसी में होगा।

सभी जिलों को मिलेगा मशाल रिले की मेजबानी का मौका

रूट प्लान के अनुसार, मशाल मेजबान प्रदेश के 4 क्षेत्रों (पश्चिमी, पूर्वी, मध्य और बुंदेलखंड) में यात्रा करेगी और सभी जिलों को मशाल रिले की मेजबानी करने का मौका मिलेगा। लखनऊ में उद्घाटन समारोह (25 मई) के दिन सभी 4 खेल मशालें वापस आएंगी। हालांकि यह आयोजन 25 मई से शुरू होगा, लेकिन कबड्डी जैसे खेल 23 मई से एसवीएसपी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में शुरू होंगे। केआईयूजी 2022 उत्तर प्रदेश के चार शहरों वाराणसी, गोरखपुर, नोएडा में आयोजित किया जाएगा और राजधानी लखनऊ के अलावा, शूटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन नई दिल्ली में भी किया जाएगा। कार्यक्रम के अनुसार लखनऊ 8 स्थानों पर 12 खेलों (तीरंदाजी, जूडो, मल्लखंब, वॉलीबॉल, तलवारबाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, रग्बी, एथलेटिक्स, हॉकी, फुटबॉल की मेजबानी करेगा। गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) 03 स्थानों में 05 खेलों (बास्केटबॉल, कबड्डी, मुक्केबाजी, तैराकी और भारोत्तोलन) की मेजबानी करेगा। वाराणसी आईआईटी-बीएचयू, 02 खेलों (कुश्ती और योगासन) की मेजबानी करेगा, जबकि, गोरखपुर और दिल्ली क्रमशः रोइंग और शूटिंग इवेंट का आयोजन करेंगे। रोइंग को पहली बार इन गेम्स में शामिल किया गया है।

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उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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