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प्रादेशिक

सीएम योगी के पर्सनल ऑफिस ट्विटर हैंडल @myogioffice ने पार किया 80 लाख फॉलोअर्स का आंकड़ा

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक और उपलब्धि दर्ज की है। ट्विटर पर उनके ऑफिशियल ऑफिस हैंडल @myogioffice ने 80 लाख फॉलोअर्स का आंकड़ा पार कर लिया है। पीएमओ के बाद योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का ट्विटर अकाउंट फॉलोअर्स की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है। ट्विटर पर मुख्यमंत्री योगी का एक और हैंडल @myogiadityanath भी सक्रिय है जिसके 2 करोड़ 25 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ की ख्याति इस समय पूरी दुनिया में फैल रही है। प्रदेश ही नहीं, बल्कि विभिन्न राज्यों के चुनावों में उनका चेहरा जीत की गारंटी बन गया है। उनको देखने और सुनने के लिए जनसभाओं में लाखों की भीड़ उमड़ पड़ती है। जनसभा हो, जनता दरबार हो या फिर कोई और कार्यक्रम, मुख्यमंत्री योगी व्यक्तिगत तौर पर लोगों से संवाद करते हैं। इसके साथ ही वो वर्चुअली भी 24×7 उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री योगी लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय रहते हैं और सभी जगह सक्रियता के चलते वो सोशल मीडिया में फॉलोअर्स की संख्या के मामले में देश के लगभग सभी मुख्यमंत्रियों, विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं से कहीं आगे हैं।

कोई विपक्षी नेता नहीं है टक्कर में

योगी आदित्यनाथ के पर्सनल ट्विटर हैंडल @myogiadityanath ने कुछ समय पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (2.2 करोड़) को ट्विटर पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में पीछे छोड़ा था। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव (1.76 करोड़) पहले से ही ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सीएम योगी के पर्सनल ट्विटर अकाउंट से बहुत पीछे हैं। योगी आदित्यनाथ पर्सनल ट्विटर अकाउंट पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा (51 लाख) से चार गुना से ज्यादा और मायावती (29 लाख) से 7 गुना से ज्यादा फॉलोअर्स रखते हैं। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और नेताओं की बात करें तो कोई ऐसा नहीं जो ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ के आसपास भी हो। योगी आदित्यनाथ, शरद पवार (27 लाख) से सात गुना आगे हैं तो ममता बनर्जी (70 लाख) से तीन गुना। उद्धव ठाकरे (15 लाख) से तो योगी के करीब 15 गुना ज्यादा फॉलोअर्स हैं तो अशोक गहलोत (43 लाख) से भी वो 5 गुना आगे हैं।

कू पर सबसे लोकप्रिय सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हैंडल कू एप पर 60 लाख फॉलोअर्स बना चुका है। इस एप पर यह किसी भी व्यक्ति के सबसे अधिक फॉलोअर्स हैं। यहां पर योगी के हैंडल से प्रतिदिन औसतन 6 पोस्ट किए जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इस एप पर 9 फरवरी 2021 को पदार्पण किया था। एप के मैनेजमेंट की मानें तो यहां पर योगी को 28 राज्यों और 70 से ज्यादा देशों के लोग फॉलो करते हैं। लोकप्रियता की बात करें तो कोई भी नेता या अभिनेता उनके आसपास तक नहीं है। वहीं, इस एप पर सीएम ऑफिस यूपी के अकाउंट की लोकप्रियता भी कम नहीं। यहां उनके 8.27 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी लोकप्रियता शीर्ष पर

ट्विटर और कू के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया एप पर भी योगी की लोकप्रियता शीर्ष पर है। फेसबुक की बात करें तो यहां MYogiAdityanath के 73 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वहीं, इंस्टाग्राम पर myogi_adityanath के 37 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट से सीएम योगी ने शनिवार दोपहर तक 3,157 पोस्ट की थीं।

पीएमओ के बाद सबसे बड़ा योगी ऑफिस का अकाउंट

ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का अकाउंट प्रधानमंत्री मोदी के ऑफिस अकाउंट के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऑफिस अकाउंट है। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के ऑफिस अकाउंट की दूर-दूर तक इससे तुलना नहीं की जा सकती। प्रधानमत्री मोदी के ऑफिस अकाउंट @PMOIndia के 5.14 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के ऑफिस अकाउंट के महज 5 लाख फॉलोअर हैं तो ओडिशा सीएम ऑफिस के सिर्फ 13 लाख फॉलोअर हैं। सीएमओ तेलंगाना के 14 लाख, सीएमओ तमिलनाडु के 18 लाख, सीएमओ राजस्थान के 19 लाख और सीएमओ आंध्र प्रदेश के करीब साढ़े 9 लाख फॉलोअर्स हैं। अगर भाजपा शासित राज्यों की बात करें सीएमओ गुजरात के 10 लाख और सीएमओ महाराष्ट्र के 37 लाख फॉलोअर्स हैं।

फॉलोअर्स के लिए कोई पेड प्रमोशन नहीं

योगी आदित्यनाथ ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और कू समेत सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया पर जितने भी अकाउंट हैं, उनके फॉलोअर ऑर्गेनिक हैं यानी लोग खुद उन्हें फॉलो करते हैं। इसके लिए कोई पेड प्रमोशन नहीं किया जाता। लोगों से संवाद के लिए वो आमतौर पर हिंदी भाषा और अपनी शैली का प्रयोग करते हैं, लेकिन कभी-कभी वो अन्य भाषाओं में भी मुखातिब होते हैं। जैसे शुक्रवार को ही वाराणसी में होने जा रहे काशी-तमिल समागम को लेकर उन्होंने कुछ ट्वीट तमिल भाषा में भी किए। अपनी बात लोगों तक पहुंचाने की उनकी यह कला उन्हें लोकप्रियता के शीर्ष पर ले जाती है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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