उत्तर प्रदेश
SDM ज्योति मौर्या से रिश्ते के सवाल पर कमांडेंट मनीष दुबे नहीं दिया कोई जवाब
झांसी। एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति के बीच चल रहे पारिवारिक विवाद के बीच चर्चाओं में आए महोबा के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे विभाग की मंडलीय बैठक में हिस्सा लेने शुक्रवार को झांसी आए। हालांकि, इस दौरान वह मीडिया से दूरी बनाए रहे और प्रकरण से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने से बचते रहे।
शुक्रवार को सर्किट हाउस में होमगार्ड विभाग की मंडलीय बैठक हुई, जिसमें हिस्सा लेने परिक्षेत्र के विभागीय अधिकारी आए थे। बैठक में महोबा के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे भी शामिल हुए। इसकी भनक लगते ही मीडिया कर्मी वहां पहुंच गए। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया कर्मियों ने उनसे ज्योति मौर्या प्रकरण से संबंधित सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और गाड़ी में बैठकर चले गए।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, उनके खिलाफ चल रही जांच से जुड़े सवालों पर मनीष दुबे ने ये जरूर कहा कि उनके साथ कोई जबरदस्ती न करें। बाद में होमगार्ड डीआईजी से बात की तो उन्होंने कहा कि वह ज्योति मौर्या और उनसे जुड़े किसी प्रकरण को वह नहीं जानते हैं। मनीष दुबे को वे जरूर जानते हैं और वे उनके विभाग के अच्छे अधिकारी हैं।
बता दें कि ज्योति मौर्या के पति ने मनीष दुबे पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके ज्योति से संबंध बताए थे। इसके बाद से यह प्रकरण अफसरशाही से लेकर सत्ता के गलियारों तक में चर्चा में बना हुआ है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है।
बता दें कि बरेली में तैनात महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों उनकी हत्या कराने की साजिश रच रहे हैं।
उनकी शिकायत पर डीजी होमगार्ड वीके मौर्या ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी है। अधिकारियों के मुताबिक कमांडेंट मनीष कुमार का पहले भी कई महिलाओं के साथ अफेयर के प्रकरण सामने आ चुके हैं।
पीसीएस ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या प्रयागराज के निवासी हैं और पंचायतीराज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। शादी के बाद ज्योति मौर्या का पीसीएस में चयन हुआ था। उनके पति ने अपनी शिकायत में कमांडेंट मनीष दुबे पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं।
अफेयर के बाद झूठा मुकदमा दर्ज कराया
आलोक मौर्या ने अपने शिकायती पत्र में कहा कि शादी के बाद उसने अपनी पत्नी को इलाहाबाद में पीसीएस की तैयारी कराई। होमगार्ड कमांडेंट से अफेयर होने के बाद उसने मेरे खिलाफ दहेज का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। उसने अपनी शिकायत के साथ कुछ दोनों के बीच हुई कुछ व्हाट्सएप चैट और होटल में ठहरने की जानकारी भी दी है।
फिलहाल ये मामला होमगार्ड संगठन में चर्चा का सबब बन चुका है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक कमांडेंट का एक महिला होमगार्ड के साथ अफेयर भी हुआ था, जिसकी शिकायत की गई थी। उस पर लखनऊ की एक युवती के साथ आर्य समाज पद्धति से विवाह करने का भी आरोप लग चुका है।
व्हाट्सएप चैट में साजिश रचने की बातचीत का दावा
सूत्रों के मुताबिक आलोक मौर्या ने अपनी शिकायत में कुछ व्हाट्सएप चैट का जिक्र भी किया है, जिसमें दोनों उनकी हत्या की साजिश रचने का जिक्र है। उन्होंने दोनों के बीच तीन साल से अफेयर होने का दावा भी किया है। जब उन्होंने इसकी सूचना प्रयागराज पुलिस को देने का प्रयास किया तो उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। वहीं ज्योति मौर्या की शिकायत पर उनके खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।
देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।
🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।
🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।
इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.
‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।
मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…
वनावरण
1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण
1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)
सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद
1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड
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