Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

11 दिनों में दोगुने हुए कोरोना मामले, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों में सबसे ज्यादा

Published

on

Corona cases caught pace, more than five thousand cases in last 24 hours

Loading

नई दिल्ली। भारत में क्या एक बार फिर कोरोना की लहर आने वाली है? क्या H3N2 वायरस के साथ कोरोना भी सबको सताएगा? ये सवाल फिर से उठने लगे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, एक दिन में कोरोना के मामले 500 के आंकड़े को पार कर गए है, जो कि 114 दिनों में पहली बार हुआ है।

11 दिनों में दोगुना हुए मामला

चिंता की बात यह है कि कोरोना के मामले केवल 11 दिनों में ही डबल हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना से पीड़ितों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है, जो अब 3,809 पर पहुंच गई है। वहीं, पिछले सात दिनों में 2671 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि, मामलों की संख्या कम है और इससे मौत के आंकड़ों में इजाफा भी नहीं हुआ, लेकिन अब फिर से सचेत होने की जरूरत है।

आज 444 नए मामले आए सामने

देश में आज 444 नए कोरोनो मामले दर्ज किए, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 3,809 हो गए। तमिलनाडु में आज कोरोना के चलते एक मौत भी हुई है। वहीं, शनिवार को 524 नए कोरोना मामले सामने आए, जो 18 नवंबर के बाद पहली बार आए हैं। पिछले 4 हफ्तों में कोरोना मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है, जो पिछले साल जून की लहर के बाद निरंतर वृद्धि है।

महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों में बढ़े मामले

महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा बढ़े हैं। बीते सात दिनों में, तीन राज्यों ने 500 से अधिक नए मामले दर्ज किए जिसमें कर्नाटक में 584, केरल में 520 और महाराष्ट्र में 512 मिले हैं। इस अवधि के दौरान कम से कम 100 नए मामले दर्ज करने वाले राज्यों में गुजरात ने संक्रमण में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की। राज्य में मामले चार गुना बढ़ गए हैं।

Continue Reading

लाइफ स्टाइल

स्वस्थ रखने का अच्छा व आसान उपाय है टहलना, कई बीमारियों से करेगा बचाव

Published

on

By

Walking is a good and easy way to keep healthy

Loading

नई दिल्ली। वर्तमान समय में गलत खानपान, अनियमित जीवनशैली व शारीरिक श्रम से दूरी कई गंभीर बीमारियों को न्योता दे रही है। आज जैसी आरामपसंद जीवनशैली में टहलना खुद को स्वस्थ रखने का एक अच्छा व आसान उपाय है।

कहते हैं कि यदि दौड़ न सकें तो चलें। चल न सकें, तो खड़े हो जाएं और खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं तो अपने शरीर को बस सक्रिय रखकर स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं।

जर्नल आफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक शोध के मुताबिक, यदि आप कदमों की एक निश्चित संख्या को सतत बनाए रखते हुए प्रतिदिन टहलते हैं तो डिमेंशिया, कार्डियोवेस्कुलर और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव करने में काफी हद तक सफल हो सकते हैं।

तेजी से टहलना रखता है चुस्त

यदि आप सामान्य रूप से टहलते हैं तो इस दौरान आमतौर पर लोग किसी से आराम से बात करते हुए चलते हैं। पर इससे थोड़ा और तेज चलें तो आप बस बात को समझकर हां या ना में जवाब भर दे सकते हैं।

वहीं, जब आप इन दोनों तरीके से अलग और तेज चलते हैं तो इसे ब्रिस्क वाक कहते हैं। यह सामान्य गति से चलने और दौड़ने के बीच की स्थिति होती है। तेज गति से टहलना एक शानदार कसरत है। यदि आप हर दिन एक घंटे तक ब्रिस्क वाक करें तो यह हृदय की कार्यप्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हालांकि जितना लंबा चलें, उतना अच्छा।

तनाव न लें, इसे आनंददायक बनाएं

हर उम्र और वर्ग के लोगों को टहलने के लिए प्रेरित करना चाहिए पर ऐसा न हो कि आपने टहलना शुरू किया और जब यह किसी कारण वश रुक गया तो आप परेशान हो जाएं। इससे कई लोग टहलना भी छोड़ देते हैं।

गैजेट की मदद से जानना कि कितने कदम चले, कितने घंटे चले, यह सब अच्छा है। यह उत्साह भी ठीक है, लेकिन टहलने को आनंददायक बना लें, तो इससे आपको लाभ अधिक मिलेंगे। यह एक मजेदार चीज है। आप दिन भर खुश और ऊर्जावान महसूस करेंगे। आप इसकी मदद से अपना स्वाथ्य बेहतर कर रहे हैं, इसलिए तनाव के बजाय सहजता से आगे बढ़ें।

इन बातों का रखें ध्यान

आपके जूते आरामदायक हों। मधुमेह के मरीज हैं, तो संक्रमण का कारण बन सकता है अनफिट जूता।

कपड़े मौसम के अनुकूल होने चाहिए।

सर्दी में शरीर को अच्छी तरह ढककर चलें। गुनगुनी धूप में टहलें।

सुरक्षित और साफ-सुथरे वातावरण में टहलें।

टहलते समय अपना पेट बिल्कुल टाइट रखें। कमर सीधी रहे और आगे की ओर न झुकें।

खाने के बाद हल्की चहलकदमी करें। इससे पाचन में मदद मिलेगी।

उम्र का ध्यान रखें, अपनी क्षमता को जानें।

टहलने से तन मन रहता है चुस्त

नींद अच्छी आती है। पाचन तंत्र सही रहता है।

मोटापा, मधुमेह, कैंसर, डिमेंशिया आदि से दूर रहने में मदद मिलती है।

नाड़ी को नियंत्रित करता है। रक्तचाप को नियंत्रित कर हृदय की कार्यक्षमता में सुधार लाता है।

वजन पर नियंत्रण रहता है।

सहनशक्ति बढ़ती है। नकारात्मकता दूर होने से खुशी और उत्साह से भरे होते हैं आप।

मेनोपाज के कारण महिलाओं में वजन बढ़ने, चिड़चिड़ेपन आदि जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

30 मिनट कम से कम प्रतिदिन चलना चाहिए

10 प्रतिशत तक कम कर देता है हृदय रोग व कैंसर का जोखिम प्रत्येक 2000 कदम।

10,000 कदम प्रतिदिन चलना डिमेंशिया का जोखिम 50 प्रतिशत तक कम कर देता है।

35 प्रतिशत तक मौत के खतरे को कम कर सकते हैं तेजी से टहल कर।

25 प्रतिशत तक कैंसर और हृदय रोग के खतरे को कम कर सकते हैं ब्रिस्क वॉक से।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से है न कि कोई चिकित्सकीय सलाह। अपनाने से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

Continue Reading

Trending