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प्रादेशिक

यूपी में कोरोना के नए मामलों में तेजी से कमी आ रही हैः नवनीत सहगल

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति से प्रदेश में पिछले 12 दिनों में कोरोना के कुल एक्टिव मामलों में 01 लाख 04 हजार से अधिक की कमी आई है। इसके साथ-साथ नये मामलों की संख्या में भी तेजी से कमी हो रही है। प्रदेश में कोविड टेस्ट 02 लाख से अधिक किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सर्विलान्स के माध्यम से घर घर जा कर लोगों से कोविड के लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। सर्विलांस के माध्यम से अब तक प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 16.73 करोड़ लोगों का हालचाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि सर्विलान्स के साथ-साथ गाँवों में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। गांव में लगभग 05 हजार से अधिक आरआरटी टीम लगायी गयी है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होमआइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों मंे आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है।

श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा समीक्षा बैठक में ब्लैक फंगस बीमारी पर चर्चा की गयी। उनके द्वारा कहा गया कि इस बीमारी के शीघ्र उपचार के लिए प्रदेश में बनी विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम से सलाह ली जाय। दिव्यांगजन, अशक्त लोगों, ग्रामीण महिलाओं, श्रमिकों के वैक्सीनेशन हेतु कार्य योजना बनायी जाए। इन वर्गों के वैक्सीनेशन हेतु जन सुविधा केन्द्रों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराकर प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर टीकाकरण किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने टीकाकरण केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी, पटरी, ठेला, श्रमिकों, पल्लेदार आदि लोगों को सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जाय।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसी क्रम में नाॅन आॅक्सीजनयुक्त बेड को आॅक्सीजनयुक्त बेड में परिवर्तित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें प्रधानमंत्री केयर्स के माध्यम से 161 तथा आबकारी एवं गन्ना विभाग के माध्यम से 75 आॅक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में ही 100 आॅक्सीजन प्लांट स्वीकृत हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सीएचसी में 20-20 आॅक्सीजन युक्त बेड सृजन का अभियान चल रहा है। सभी जनपदों में 4500 से अधिक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे गये हैं और 17000 से अधिक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीदने का आदेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कल अस्पतालों में 1014 मीट्रिक टन आक्सीजन की सप्लाई की गयी है। मुख्यमंत्री जी द्वारा आॅक्सीजन आडिट का अभियान चलाया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। अब मानक अनुसार आॅक्सीजन की खपत हो रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि सभी अस्पतालों में वेंटीलेटर, आईसीयू और आॅक्सीजन बेड्स निरन्तर कार्यशील रहें।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। आंशिक कोरोना कर्फ्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में पूरे प्रदेश के शहरों और गांवों में विशेष सफाई एवं फाॅगिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां तेजी से चलायी जा रही हैं। लगभग 08 लाख से अधिक पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों द्वारा मजदूरों को काम दिया जा रहा है। इन औद्योगिक इकाइयों में 01 लाख से अधिक कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये हंै। इसके अलावा जिन औद्योगिक संस्थानों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे ऐसे औद्योगिक संस्थानों में लगभग 2500 से अधिक कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जिससे वहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को समय से इलाज मिल सके। गृह विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में 57,917 कन्टेनमंेट जोन हैं। उन्होंने बताया कि कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों को आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की होम डिलीवरी की जा रही है।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहँू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहँू क्रय अभियान में अब तक 22,83,151.57 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है, जो विगत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में दोगुना है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने खरीफ की फसल की तैयारियों हेतु समुचित व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये हैं, जिससे किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।  उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

 

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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