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कोरोना की रफ्तार हुई बेकाबू, 1 दिन में मिले 1.5 लाख से ज़्यादा केस
नई दिल्ली। देश में कोरोना की रफ्तार हर दिन तेज़ी से बढ़ती चली जा रही है। भारत में इस खतरनाक वायरस के रोज रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश मे बीते 24 घंटे में 1 लाख 52 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान 839 लोगों की मौत भी हुई है।
बढ़ते संक्रमण के चलते कई जगह कई प्रकार की पाबंदियां लागू हैं। दिल्ली में सभी प्रकार की सभाओं पर रोक लगा दी गई है, इसके अलावा शादियों से लेकर मेट्रो-बसों तक में सफर को लेकर कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। महाराष्ट्र में पूर्ण लॉकडाउन पर फैसला किया जा सकता है। बता दें कि भारत में टीकाकरण अभियान भी तेजी से चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा टीके लग चुके हैं।
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बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता, कौन है बैगा जनजाति?
नई दिल्ली। जहां एक तरफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगामी 26 जनवरी को जोर-शोर से गणतंत्र दिवस का आयोजन किया जाएगा। वहीं इस दौरान कर्तव्य पथ पर सेना के जवान एक बार फिर परेड करेंगे। वहीं इस खास मौके पर छत्तीसगढ़ के कवर्धा में रहने वाले कुछ बैगा जनजाति के परिवारों को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मिले निमंत्रण पर बैगा परिवारों में से एक सदस्य ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हमें निमंत्रण मिला। वहीं कवर्धा जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि 6 बैगा परिवारों को भारत के राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता
उन्होंने कहा कि सरकारी की योजनाओं के माध्यम से, उन्हें एक घर और कुछ अन्य लाभ मिले हैं। वे 23 जनवरी तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। वे राष्ट्रपति के साथ रात्रिभोज करेंगे और पीएम मोदी से मिलेंगे। बैगा परिवार बहुत खुश हैं। बता दें कि बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य की एक विशेष पिछड़ी जनजाति है। साल 2015 में किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य में बैगा जनजाति के लोगों की कुल जनसंख्या 88,317 है। इसमें 44,402 पुरुष और 43,915 महिलाएं हैं। इसमें स्त्री पुरुष लिंगानुपात 989 है।
कौन है बैगा जनजाति?
सर्वेक्षण के मुताबिक बैगा जनजाति की साक्षरता दर 53.97 फीसदी है। इसमे पुरुष साक्षरता दर 60.7 8 फीसदी एवं महिला साक्षरता दर 47.10 फीसदी है। बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य के मध्य क्षेत्र में रहने वाली जनजाति है। मुख्य रूप से कबीरधाम जिले के बोडला एवं पण्डरिया विकासखंड, बिलासपुर जिले के कोटा एवं तखतपुर विकासखंड, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गौरेला विकासखंड, कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़, खंण्डगवा एवं भरतपुर विकासखंड, राजनांदगांव जिले के छुइखदान विकासखंड एवं लोरमा विकासखंड के ग्रामों में रहती है। इनकी सर्वाधिक जनसंख्या कबीरधाम एवं कोरिया जिले में है।
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