Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

रिकॉर्ड टेस्टिंग से कोरोना से जंग जीतने की ओर यूपी, लगातार कम हो रहे मामले

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ चुकी है। रोजाना हर एक दिन जहां टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, वहीं पॉजिटिव आने वाले सैम्पल में कमी होती जा रही है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 672 है वहीं सर्वाधिक आबादी वाले यूपी ने अपने से आधी आबादी वाले प्रदेशों की तुलना में कोरोना संक्रमण पर तेजी से लगाम लगाई है। एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट की नीति के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिली है।

यूपी में हर एक दिन जहां टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, वहीं पॉजिटिव आने वाले सैम्पल में कमी होती जा रही है। हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है। प्रदेश में अब तक कुल 06 करोड़ 62 लाख 17 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। जो देश के दूसरे जनपदों से कहीं अधिक है। देश के दूसरे प्रदेशों में जहां टीकाकरण व जांच की प्रक्रिया की गति धीमी हैं वहीं रोजाना तेजी से संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। 25 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में महज 65 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इस दौरान 34 मरीजों ने कोरोना को मात दी। पिछले 24 घंटों में 02 लाख 28 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की गई। जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत व रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत दर्ज किया गया। बता दें कि अब तक 16 लाख 85 हजार 125 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं।

महाराष्ट्र, दिल्ली या छत्तीसगढ़ में कम नहीं हो रहा संक्रमण

एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में हर दिन के साथ हालात में बेहतरी के संकेत मिल रहे हैं वहीं महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, आंध्र प्रदेश और दिल्ली जैसे अपेक्षाकृत कम आबादी वाले राज्यों में पॉजिटिविटी रेट कम नहीं हो रहा। 12 करोड़ की आबादी वाले महाराष्ट्र में एक्टिव कोरोना संक्रमण के केस 75,303 और टीपीआर 3.3 प्रतिशत, केरल में एक्टिव केस की संख्‍या 1,65,319 व टीपीआर 12.3 प्रतिशत, तमिलनाडु में सक्रिय मामले 20,385 व टीपीआर 1.2 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 20,582 सक्रिय मामले व 2.6 प्रतिशत टीपीआर, छत्‍तीसगढ़ में सक्रिय मामलों की संख्‍या 1,918 व टीपीआर 0.4 प्रतिशत वहीं इन राज्‍यों से अधिक आबादी वाले यूपी में टीपीआर 0 प्रतिशत है।

11 जनपद कोरोना संक्रमण मुक्‍त

अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, बदायूं, एटा, फर्रुखाबाद, हाथरस, महोबा, पीलीभीत, प्रतापगढ़ और सीतापुर में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। पिछले 24 घंटों में हुई टेस्टिंग में 48 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस उजागर नहीं हुआ वहीं 26 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए।

इन संक्रमित मरीजों की कराई जाएगी जीनोम सिक्वेंसिंग

बीते दिन लखनऊ में 11 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई। जिसमें चार लोग मलीहाबाद क्षेत्र के एक ही परिवार के सदस्य हैं। इन सभी के संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में कोई अन्य संक्रमित व्‍यक्ति नहीं पाया गया। लखनऊ में ही केरल राज्य से लौटे चार अन्य लोग भी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी।

टीकाकरण में यूपी है अव्‍वल 

प्रदेश में तेजी से की जा रही टेस्टिंग के अलावा तेजी से टीकाकरण भी किया जा रहा है। दूसरे प्रदेशों की अपेक्षा यूपी ने टीकाकरण में बेहतर प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक टीके की डोज देकर देया के दूसरे प्रदेशों के समक्ष नजीर पेश की है। अब तक उत्तर प्रदेश में 04 करोड़ 89 लाख से  अधिक कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। 04 करोड़ 10 लाख से अधिक लोगों ने कम से कम कोविड की एक खुराक ले ली है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वैक्सीनेशन है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending