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भारत में बढ़ी कोरोना संक्रमितों की संख्या, सक्रिय केस 4000 के पार; ठाणे में JN.1 के पांच नए मामले

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का संख्या देश में लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में देशभर में एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 4054 तक पहुंच गया है। एक दिन पहले एक्टिव मामले 3742 रिपोर्ट किए गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में केवल एक मरीज की मौत हुई है। महाराष्ट्र के ठाणे में कोविड-19 के नए सब वैरिएंट- जेएन.1 के पांच मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक एक्टिव मामले केरल में पाए गए हैं। यहां बीते 24 घंटे में 128 एक्टिव केस रिपोर्ट किए गए। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तीन हजार से अधिक हो गया है। एक नए मरीज की मौत के साथ देशभर में कोरोना से मरने वाले मरीजों का आंकड़ा 5,33,334 तक जा पहुंचा है।

देशभर में अब तक 4.44 करोड़ कोरोना संक्रमित हुए ठीक 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है, लेकिन इससे मरीज गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं। बीते 24 घंटे में 315 मरीजों का कोरोना संक्रमण ठीक हो चुका है। इसी के साथ देशभर में अब तक 4.44 करोड़ से अधिक कोरोना संक्रमित संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। बता दें कि कोरोना के नए सब वैरिएंट जेएन.1 का पहला मामला केरल में रिपोर्ट किया गया था। बीते 24 घंटे में कोरोना के नए वैरिएंट के पांच मामले महाराष्ट्र के ठाणे में रिपोर्ट किए गए।

JN.1 वैरिएंट से संक्रमित रोगियों में एक महिला

महाराष्ट्र के ठाणे में 30 नवंबर के बाद 20 नमूनों की जांच की गई। इनमें पांच सैंपल जेएन.1 वैरिएंट पॉजिटिव पाए गए। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने रविवार को बताया, JN.1 वैरिएंट से संक्रमित रोगियों में एक महिला शामिल है। कोई भी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। ठाणे में एक्टिव कोविड-19 मामलों की संख्या 28 है। उनमें से दो का इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है, बाकी संक्रमित मरीज अपने घरों पर ही ठीक हो रहे हैं।

सात महीने बाद एक दिन में सबसे अधिक मामले

बता दें कि रविवार को देशभर में एक दिन में 656 नए कोविड-19 मामले रिपोर्ट किए गए थे। रविवार को भी केवल एक मरीज की मौत हुई। एक्टिव मामले 3,420 से बढ़कर 3,742 हो गए। इससे पहले शनिवार को 752 कोविड-19 संक्रमण दर्ज किए गए जो बीते सात महीने में सबसे अधिक रहा। 21 मई के बाद इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज एक दिन में पाए गए।

कोरोना प्रोटोकॉल के पालन की अपील

केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 के मामलों में मौजूदा बढ़ोतरी चिंताजनक नहीं है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, सरकार ने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने, अन्य बीमारियों से पीड़ित होने पर फेस मास्क पहनने, भीड़ में जाने से बचने की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार, भारत में JN.1 वैरिएंट का कोई समूह नहीं देखा गया है। सभी मामलों में संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए। मरीज बिना किसी जटिलता के ठीक भी हो रहे हैं।

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शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

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