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उत्तर प्रदेश

ज्वेलरी के लेन-देन को लेकर हुआ विवाद, दोस्त को उसकी फार्चूनर कार में जिंदा जला दिया

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ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र स्थित नगला नैनसुख गांव के पास पुलिस को बीती रात एक जली हुई अवस्था में फार्चूनर कार मिली है। कार में एक युवक की लाश भी बरामद हुई है। जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने मामले की जांच की है। मृतक की शिनाख्त गाजियाबाद निवासी युवक के रूप में हुई है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने मृतक के दो दोस्तों पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। जिसके बाद पुलिस ने दोनो को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि मंगलवार देर रात दादरी थाना क्षेत्र के नगला नैनसुख गांव के पास यूपी 14 जीसी 3609 नंबर की एक फार्चूनर कार जली हुई अवस्था में मिली है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की। पुलिस को कार के अंदर से युवक का शव भी बरामद हुआ है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और फॉरेंसिक टीम की मदद से जांच की। कार में मिले मृतक युवक की शिनाख्त गाजियाबाद के नेहरू नगर निवासी संजय यादव के रूप में हुई है। बताया गया है कि मृतक युवक प्रॉपर्टी डीलर था। जिसके बाद पुलिस टीम ने मृतक के परिजनों से संपर्क कर मामले की जानकारी दी।

पुलिस जांच में जुटी

जांच के बाद पुलिस टीम ने मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस पूछताछ में मृतक के परिजनों ने बताया गया कि मृतक संजय यादव अपने घर गाजियाबाद से साइट पर जाने के लिए निकला था। इस मामले में मृतक के परिजनों ने मृतक के दो दोस्तों पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई है। जिसके आधार पर पुलिस टीम ने दोनों को हिरासत में लिया है और पूछताछ में जुटी है। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्ठया जांच में ज्वेलरी के लेन-देन को लेकर विवाद होने की बात सामने आ रही है। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर ही है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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