Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

यूपी के बुलंदशहर में नूपुर शर्मा ने बहराइच हिंसा पर दी कड़ी प्रतक्रिया, मचा बवाल

Published

on

Loading

बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक कार्यक्रम में नूपुर शर्मा ने बहराइच हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्रा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बहराइच में राम गोपाल मिश्रा की ‘सर तन से जुदा’ कहकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। ये मत सोचिए कि मैं हमेशा सुरक्षित रहूंगी। जिस दिन घर से निकलूंगी, पता नहीं मैं आऊंगी या मेरी खबर आएगी। उन्होंने कहा कि राम गोपाल को 35 गोलियां मारी गई। उनके नाखून निकाले गए। उनका पेट फाड़ा गया। हालांकि पुलिस ने इन बातों का खंडन किया है जिसमें कहा जा रहा था कि राम गोपाल मिश्रा के नाखून निकाले गए या उनका पेट फाड़ा गया।

क्या कानून हत्या की इजाजत देता है?

नूपुर शर्मा ने आगे कहा कि क्या मेरे देश का कानून झंडा उखाड़ने पर किसी की हत्या की इजाजत देता है? उन्होंने कहा कि राम गोपाल मिश्रा मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी लेकिन मैं ये कहना चाहूंगी कि हिंदू का जीवन मायने रखता है। आपको बता दें कि नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर बयान दिया था जिसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी।

मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा

यूपी के बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में रविवार शाम गाना बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद मुस्लिम समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे नाराज पूजा समिति के सदस्यों ने दुर्गा प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने पर विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे जिले में हिंसा भड़क गई। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर स्थिति को सामान्य किया। हिंसा के सभी पांच आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस एनकाउंटर में दो आरोपी घायल भी हुए हैं।

 

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending