Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

पहले खराब सड़कों के लिए यूपी को सुनने पड़ते थे ताने, आज यह एक्सप्रेसवे प्रदेश बन चुका है : नरेन्द्र मोदी

Published

on

Loading

वाराणसी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से 6700 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी के लिए आज का दिन अत्यंत शुभ है और यह विकास की एक नई गाथा का साक्षी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने बताया कि 6700 करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में एयरपोर्ट, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और पर्यटन से जुड़े कई विकास कार्य शामिल हैं।

यूपी : एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट प्रदेश

प्रधानमंत्री ने यूपी के विकास की चर्चा करते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि कभी उत्तर प्रदेश को खराब सड़कों के लिए ताने सुनने पड़ते थे, लेकिन आज यह राज्य एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में जाना जाता है। यूपी में सबसे अधिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं, और जल्द ही जेवर में एक भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बनकर तैयार हो रहा है। प्रधानमंत्री ने योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं और यूपी अब निवेश और रोजगार का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है।

परियोजनाओं से रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस बार की परियोजनाओं में यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग एयरपोर्ट का भी शुभारंभ किया गया है, जिसमें बाबतपुर एयरपोर्ट के अलावा आगरा और सहारनपुर भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से इन राज्यों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

10 साल पहले सरकार के घोटालों की खबरें छाई रहती थीं

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश की जनता ने तीसरी बार उन्हें सेवा का अवसर दिया, तो उन्होंने तीन गुना गति से काम करने का वादा किया था। अभी केवल सवा सौ दिन ही हुए हैं, और इस दौरान 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा, “10 साल पहले सरकार के घोटालों की खबरें छाई रहती थीं, जबकि आज देश के विकास की खबरें घर-घर में चर्चा का विषय हैं।”

10 वर्षों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर बड़ा काम हुआ

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जनता का पैसा जनता पर ही खर्च करना है और इसे पूरी ईमानदारी से करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने जोर दिया कि पिछले 10 वर्षों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर बड़ा काम हुआ है। हाईवे, रेलवे ट्रैक, और ब्रिज जैसी परियोजनाओं से नागरिकों को सुविधा मिल रही है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।

1 लाख नए युवाओं को राजनीति में लाएंगे

प्रधानमंत्री ने युवाओं को राजनीति में आगे लाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वे 1 लाख नए युवाओं को राजनीति में लाएंगे, जिनका राजनीति से कोई पूर्व कनेक्शन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को परिवारवादियों से सतर्क रहना चाहिए क्योंकि वे देश और युवाओं का नुकसान करते हैं।

महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समाज का विकास तभी हो सकता है जब महिलाएं और नौजवान सशक्त हों। उन्होंने बताया कि सरकार ने महिलाओं के लिए मुद्रा लोन जैसी योजनाओं के माध्यम से उन्हें व्यापार करने की सहूलियत दी है। गांव-गांव में महिलाएं अब लखपति दीदी और ड्रोन पायलट बन रही हैं। काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में मां अन्नपूर्णा स्वयं भगवान शिव को भिक्षा देती हैं, और इसलिए यहां नारी शक्ति का सम्मान और सशक्तिकरण विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार जल्द ही 3 करोड़ और नए घर बनाने जा रही है, जिसमें वाराणसी की उन महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। इसके अलावा, उन्होंने मुफ्त बिजली योजना की भी चर्चा की, जिससे महिलाओं के जीवन को और अधिक सरल बनाया जाएगा।

शहरी विकास की एक मॉडल सिटी बनता जा रहा है बनारस

वाराणसी में सारनाथ के विकास से जुड़ी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का भी लोकार्पण हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा, “सारनाथ का पाली और प्राकृत भाषा से गहरा नाता है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमने इन्हें शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है।” काशी के विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, और यह शहर अब शहरी विकास की एक मॉडल सिटी बनता जा रहा है। उन्होंने गंगा नदी पर अंग्रेजों के जमाने में बने मालवीय पुल के बगल में बनने वाले नये डबल डेकर ब्रिज की चर्चा करते हुए कहा कि इससे वाराणसी और चंदौली की जनता को बहुत लाभ मिलेगा।

काशी खेल, पर्यटन और शिक्षा का नया केंद्र

वाराणसी में खेल और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नई परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी अब खेलों का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने सिगरा स्टेडियम का उदाहरण दिया, जहां ओलंपिक और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ी प्रशिक्षण लेंगे। इसके अलावा, गंजारी स्टेडियम, सुंदर गलियों और साफ-सुथरे घाटों ने काशी की पहचान को और मजबूती दी है।

परिवारवादियों ने काशी को विकास से वंचित रखा

अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने यह सवाल उठाया कि आखिर क्यों काशी को इतने लंबे समय तक विकास से वंचित रखा गया। उन्होंने परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि 10 साल पहले तक बनारस को विकास के लिए तरसाया गया, और उन लोगों ने इसे विकास से दूर रखा जो यूपी और दिल्ली में सत्ता में थे। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर चलती है, और हम योजनाओं में भेदभाव नहीं करते।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि काशी एक बार फिर से देश को गति देने का माध्यम बन रही है। वाराणसी में हो रहे विकास कार्य न केवल इस शहर की समृद्धि को बढ़ाएंगे, बल्कि पूरे देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

घरे आवे क मौका मिलल ह

प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में जनता को संबोधित करते हुए वाराणसी और पूरे देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, “घरे आवे क मौका मिलल ह। आज चेतगंज में नकटैया क मेला भी ह। धनतेरस, दीपावली और छठी मइया क त्योहार आवत ह। आज काशी विकास के पर्व क साक्षी बनत ह। आप सबके बहुत बधाई।”

इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, वर्चुअल माध्यम से अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रीगण और राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रीगण, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश सरकार में मंत्रीगण और विधायकगण मौजूद रहे।

वाराणसी की ₹3,200 करोड़ से अधिक की 16 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से राष्ट्र को ₹6,700 करोड़ की 23 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने वाराणसी की ₹3,200 करोड़ से अधिक की 16 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं शहर में आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने और नागरिकों की जीवनशैली को बेहतर बनाने में सहायक होंगी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणा की। लगभग ₹2,870 करोड़ की लागत से हवाईअड्डे के रनवे के विस्तार, एक नए टर्मिनल भवन के निर्माण और संबद्ध कार्यों की आधारशिला रखी गई। इससे हवाईअड्डे की क्षमता और सुविधाओं में विस्तार होगा, जिससे पर्यटकों और व्यापारियों के लिए वाराणसी और पूर्वांचल का कनेक्टिविटी और विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा।

वाराणसी की इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास

खेल प्रतिभाओं को बढ़ाने के लिए 219 करोड़ की लागत से वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के फेज दो और तीन का लोकार्पण। नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस, खिलाड़ियों और कोच के लिए हॉस्टल सुविधा, क्रिकेट और फुटबॉल मैदान, शूटिंग रेंज, डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 100 बेड के हॉस्टल के साथ ही पवेलियन का निर्माण। 4 करोड़ की लागत से भरथरा और चिरईगांव में स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण। 20 पार्कों के सौंदर्यीकरण और नवनिर्माण। सारनाथ में 90 करोड़ से सौंदर्यीकरण। गुरुधाम ओर बाणासुर मंदिर का सौंदर्यीकरण। दो करोड़ से टॉउनहाल शॉपिंग कॉम्पलेक्स का निर्माण। 7 करोड़ से आईटीआई की हाईटेक लैब। 14 करोड़ से सीपैट में छात्रावास। 6 करोड़ से करसड़ा में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट कार्य। ककरमता में 1 करोड़ से प्ले एक्टिविटी जोन। सेंट्रल जेल में 11 करोड़ की लागत से कारागार बैरक। 4 करोड़ से कस्तूरबा गांधी में एकेडमिक ब्लॉक।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending