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आध्यात्म

पूरे देश में मनाया जा रहा है ईद का त्‍योहार, उप्र में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

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Eid festival

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लखनऊ। ईद-उल-फितर का त्‍योहार उप्र सहित पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह मस्‍ज‍िदों में नमाज अदा कर लोगों ने दुआ मांगी इसके बाद एक दूसरे से गले लगकर ईद की बधाई दी और मुंह मीठा कराया। ईद को सकुशल संपन्न कराने के लिए उप्र में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली और ईद के अवसर पर भी पूरी मुस्तैदी बरते जाने का निर्देश दिया। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि कुल 29,439 मस्जिदों के अलावा 3,865 ईदगाहों में ईद की नमाज होगी। पुलिस ने 2,933 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर अलविदा की नमाज की तरह ईद पर भी अतिरिक्त पुलिस प्रबंध रहेंगे।

साफ-सफाई व निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर भी कड़े निर्देश हैं। सभी संवेदनशील स्थानों पर लगातार पेट्रोलिंग व शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश हैं। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश में पुलिस की 1,785 क्विक रिस्पांस टीमें दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ मुस्तैद हैं। इंटरनेट मीडिया की भी लगातार निगरानी की जा रही है।

पीलीभीत में ईद उल फितर के अवसर पर जनपद की प्रमुख मस्जिदों में नमाज पढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। शहर की ईदगाह मैदान में पूर्वान्ह 10 बजे नमाज पढ़ाई जाएगी।

शहर की कई मस्जिदों में सुबह सात से नमाजियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह साढ़े सात बजे से नमाज पढ़ाई जाने लगी। पूरनपुर में स्थित गरीब नवाज मस्जिद, शेरपुर कलां स्थित जामा मस्जिद, अमरिया स्थित सिटी कालोनी मस्जिद तथा बीसलपुर स्थित जामा मस्जिद सामी में साढ़े सात बजे नमाज पढ़ाई गई।

बरेली शहर में सबसे पहले बाजार संदल खां स्थित दरगाह वली मियां में सुबह 6.30 बजे नमाज हुई। अंत में दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद में 11 बजे नमाज अदा की जाएगी। मुख्य नमाज बाकरगंज स्थित ईदगाह में सुबह 10.30 बजे अदा की जाएगी। दरगाह प्रमुख व सज्जादानशीन ने दी ईद की मुबारकबाद दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने दरगाह पर चांद का दीदार किया।

दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) ने सभी को ईद की मुबारकबाद दी। कहा कि ईद आपसी भाईचारे और खुशियों का त्योहार है। सभी लोग गिले शिकवे मिटाकर एक दूसरे से गले मिले और मिलजुल कर इसकी खुशियां आपस में बांटे।

अमन व शांति के साथ रहकर देश में आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने और नफरत फैलाने वालों संगठनों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने की दिशा में काम करें। मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी व मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने भी सबको मुबारकबाद दी।

आध्यात्म

महाकुम्भ 2025: बड़े हनुमान मंदिर में षोडशोपचार पूजा का है विशेष महत्व, पूरी होती है हर कामना

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महाकुम्भनगर| प्रयागराज में संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर का कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया है। यहां आने वाले करोड़ों श्रद्धालु यहां विभिन्न पूजा विधियों के माध्यम से हनुमान जी की अराधना करते हैं। इसी क्रम में यहां षोडशोपचार पूजा का भी विशेष महत्व है। षोडशोपचार पूजा करने वालों की हर कामना पूरी होती है, जबकि उनके सभी संकट भी टल जाते हैं। मंदिर के महंत और श्रीमठ बाघंबरी पीठाधीश्वर बलवीर गिरी जी महाराज ने इस पूजा विधि के विषय में संक्षेप में जानकारी दी और यह भी खुलासा किया कि हाल ही में प्रयागराज दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मंदिर में षोडशोपचार विधि से पूजा कराई गई। उन्हें हनुमान जी के गले में पड़ा विशिष्ट गौरीशंकर रुद्राक्ष भी भेंट किया गया। उन्होंने भव्य और दिव्य महाकुम्भ के आयोजन के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी का आभार भी जताया।

16 पदार्थों से ईष्ट की कराई गई पूजा

लेटे हनुमान मंदिर के महंत एवं श्रीमठ बाघंबरी पीठाधीश्वर बलवीर गिरी जी महाराज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक यजमान की तरह महाकुम्भ से पहले विशेष पूजन किया। प्रधानमंत्री का समय बहुत महत्वपूर्ण था, लेकिन कम समय में भी उनको षोडशोपचार की पूजा कराई गई। पीएम ने हनुमान जी को कुमकुम, रोली, चावल, अक्षत और सिंदूर अर्पित किया। यह बेहद विशिष्ट पूजा होती है, जिसमें 16 पदार्थों से ईष्ट की आराधना की। इस पूजा का विशेष महत्व है। इससे संकल्प सिद्धि होती है, पुण्य वृद्धि होती है, मंगलकामनाओं की पूर्ति होती और सुख, संपदा, वैभव मिलता है। हनुमान जी संकट मोचक कहे जाते हैं तो इस विधि से हनुमान जी का पूजन करना समस्त संकटों का हरण होता है। उन्होंने बताया कि पीएम को पूजा संपन्न होने के बाद बड़े हनुमान के गले का विशिष्ट रुद्राक्ष गौरीशंकर भी पहनाया गया। यह विशिष्ट रुद्राक्ष शिव और पार्वती का स्वरूप है, जो हनुमान जी के गले में सुशोभित होता है।

सभी को प्रेरित करने वाला है पीएम का आचरण

उन्होंने बताया कि पूजा के दौरान प्रधानमंत्री के चेहरे पर संतों का ओज नजर आ रहा था। सबसे महत्वपूर्ण बात ये कि उनमें संतों के लिए विनय का भाव था। आमतौर पर लोग पूजा करने के बाद साधु संतों को धन्यवाद नहीं बोलते, लेकिन पीएम ने पूजा संपन्न होने के बाद पूरे विनय के साथ धन्यवाद कहा जो सभी को प्रेरित करने वाला है। उन्होंने बताया कि पीएम ने नवनिर्मित कॉरिडोर में श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर भी अपनी रुचि दिखाई और मंदिर प्रशासन से श्रद्धालुओं के आने और जाने के विषय में जानकारी ली। वह एक अभिभावक के रूप में नजर आए, जिन्हें संपूर्ण राष्ट्र की चिंता है।

जो सीएम योगी ने प्रयागराज के लिए किया, वो किसी ने नहीं किया

बलवीर गिरी महाराज ने सीएम योगी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रयागराज और संगम के विषय में जितना सोचा, आज से पहले किसी ने नहीं सोचा। संत जीवन में बहुत से लोगों को बड़े-बड़े पदों पर पहुंचते देखा, लेकिन मुख्यमंत्री जी जैसा व्यक्तित्व कभी नहीं देखने को मिला। वो जब भी प्रयागराज आते हैं, मंदिर अवश्य आते हैं और यहां भी वह हमेशा यजमान की भूमिका में रहते हैं। हमारे लिए वह बड़े भ्राता की तरह है। हालांकि, उनकी भाव भंगिमाएं सिर्फ मंदिर या मठ के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए हैं। वो हमेशा यही पूछते हैं कि प्रयागराज कैसा चल रहा है। किसी मुख्यमंत्री में इस तरह के विचार होना किसी भी प्रांत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

स्वच्छता का भी दिया संदेश

उन्होंने महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ को स्वच्छ महाकुम्भ बनाने का जिम्मा सिर्फ सरकार और प्रशासन का नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं का भी है। मेरी सभी तीर्थयात्रियों से एक ही अपील है कि महाकुम्भ के दौरान स्नान के बाद अपने कपड़े, पुष्प और पन्नियां नदियों में और न ही तीर्थस्थल में अर्पण न करें। प्रयाग और गंगा का नाम लेने से ही पाप कट जाते हैं। माघ मास में यहां एक कदम चलने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। यहां करोड़ों तीर्थ समाहित हैं। इसकी पवित्रता के लिए अधिक से अधिक प्रयास करें। तीर्थ का सम्मान करेंगे तो तीर्थ भी आपको सम्मान प्रदान करेंगे। स्नान के समय प्रयाग की धरा करोड़ों लोगों को मुक्ति प्रदान करती है। यहां ज्ञानी को भी और अज्ञानी को भी एक बराबर फल मिलता है।

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