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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में चुस्त-दुरुस्त होगी बिजली व्यवस्था

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चुस्त और दुरुस्त होगी। पूरे मेला क्षेत्र में बिजली की कहीं कोई कमी नहीं होगी, इसके लिए विद्युत विभाग के साथ समन्वय से मेला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। इसके अंतर्गत दो नए सब स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। वहीं सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि, इंटरलिंक लाइन के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। यही नहीं विद्युत लाइन को भूमिगत करने की कार्यवाही भी जारी है। इसके साथ कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।

दो नए सब स्टेशन का निर्माण

महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत गंगापार झूसी क्षेत्र में 132/33 के.वी. पारेषण उपकेन्द्र हेतापट्टी का निर्माण हो रहा है। यह उपकेन्द्र मेला क्षेत्र और लगभग 2.50 लाख आबादी वाले शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों (आवास विकास, त्रिवेणीपुरम्, सहसों, हेतापट्टी) को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इसी प्रकार, न्यू बेली उपकेन्द्र भी बन रहा है, जो बेली, म्योराबाद, कटरा और राजापुर जैसे क्षेत्रों की लगभग 1 लाख आबादी को बिजली प्रदान करेगा।

सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि

फाफामऊ उपकेन्द्र की क्षमता वृद्धि हो रही है, जिससे फाफामऊ बाजार, ग्रामीण क्षेत्र और शांतिपुरम् के लगभग 50 हजार निवासियों को बेहतर बिजली आपूर्ति मिलेगी। इसके साथ ही शहर के प्रमुख उपकेन्द्रों को इंटरलिंक लाइन के माध्यम से जोड़ा जा रहा है, जिससे 7 लाख लोगों को निर्बाध बिजली मिलेगी।

इंटरलिंक लाइन का निर्माण

शहर के 12 प्रमुख 33/11 के.वी. उपकेन्द्रों को जोड़ने के लिए 12 इंटरलिंक लाइनें बनाई जा रही हैं। इससे सिविल लाइन्स, बैरहना, रामबाग, हाईकोर्ट, करैली, खुशरोबाग, प्रयागराज जंक्शन, बेली और फाफामऊ जैसे क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति होगी।

विद्युत लाइन को भूमिगत करने की कार्यवाही

एयरपोर्ट रोड, बाघम्बरी रोड और पेशवाई मार्ग की सभी एच.टी. और एल.टी. लाइनों को भूमिगत कर दिया गया है। इससे इन क्षेत्रों में सुन्दरता और दुर्घटनाओं से बचाव होगा। साथ ही, अखाड़ों की पेशवाई के दौरान बाधक बिजली लाइनों को हटाकर भूमिगत किया जा चुका है।

आर.एम.यू. की स्थापना

महाकुंभ के दौरान बिजली सप्लाई को लगातार चालू रखने के लिए आवास विकास, दारागंज, फोर्ट रोड और सोमेश्वरनाथ उपकेन्द्रों पर 33 के.वी. आर.एम.यू. (रिंग मेन यूनिट) स्थापित किए जा रहे हैं। इससे किसी भी फॉल्ट की स्थिति में आपूर्ति 10 से 15 सेकंड में फिर से चालू हो जाएगी, जिससे मेला क्षेत्र को निर्बाध आपूर्ति मिल सकेगी।

पार्किंग और परेड क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था

पार्किंग क्षेत्र और परेड क्षेत्र की 33 के.वी. लाइनों को भूमिगत कर दिया गया है, जिससे मेला के दौरान बिजली से संबंधित कोई भी दुर्घटना नहीं होगी। परेड क्षेत्र में डिजाइनर पोल लगाए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में सुंदरता के साथ प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित होगी।

रेलवे स्टेशनों और आरयूबी में बाधक लाइनों का भूमिगतकरण

प्रयागराज जंक्शन और प्रयाग स्टेशन के सामने की बिजली लाइनों को भी भूमिगत किया गया है। इससे मेला के दौरान श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई बाधा नहीं होगी और रेलवे स्टेशनों के सामने सुरक्षित मार्ग बनाए रखा जा सकेगा।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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