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प्रादेशिक

दिल्ली में दोस्ती, राज्यों में कुश्ती; बनने से पहले ही टूट रहा घमंडिया गठबंधन: CM शिवराज

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CM shivraj singh chauhan

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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि घमंडिया गठबंधन की हालत यह है कि दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती कर रहे है। ये घमंडिया गठबंधन है इनमें न लोगों के विचार एक हैं और न ही दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर ये बेमेल गठबंधन बना था जो बनने से पहले ही टूट रहा है। इस इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी उसे कमलनाथ ने कैन्सल करवा दी और घुसने से भी मना कर दिया।

इंडी गठबंधन के घमंडिया लोग पूरी तरह बिखर गए

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन से यह गठबंधन बना है यह अजीब गठबंधन है दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती ऐसा कहीं होता है क्या? जिस तरह का बयान सपा नेता अखिलेश यादव का आया है, उससे यह साफ़ हो चुका है कि इंडी गठबंधन बनने से पहले ही टूट गया है। इसका कोई भविष्य ही नहीं है ये घमंडिया लोग पूरी तरह बिखर गए है ।

गठबंधन में ऐसे नजारे सामने आ रहे हैं कि लोग देख कर आश्चर्य हैं

CM चौहान ने कहा कि अभी-अभी जो कल अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें और सपा को एक साल तक धोखे में रखा बातें करते रहे और बाद में धोखा दे दिया। उनके कार्यकर्ता रातभर जागे, उन्हें बैठाया और उन्होंने चिरकुट जैसे जिन शब्दों का प्रयोग किया है इससे अखिलेश यादव के  मन की स्तिथि समझी जा सकती है कि कांग्रेस ने उन्हें कितना धोखा दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही है। मप्र में कांग्रेस लड़ रही है, सपा लड़ रही है, आप भी बाहें चढ़ाकर सामने खड़ी है ये आपस में लड़ रहे है ये काहे का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य के साथ जनता इस गठबंधन को देख रही है कि जब आज ही इस गठबंधन की यह स्थिति है, ये आपस में लड़ रहे हैं तो इनके हाथों में देश और प्रदेश का भविष्य कैसे होगा।

कुछ टिकट दिग्विजय सिंह- कुछ कमलनाथ के बाकी मलते रह गए हाथ

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की भी कल सूची जारी हुई है, कुछ टिकट कमलनाथ जी तो कुछ टिकट दिग्विजय सिंह जी ले गए। बाकी कांग्रेस के नेता हाथ मलते रह गए। कांग्रेस में अब आपस में ही लड़ाई मची हुई है। विरोध हो रहा है, पुतले जल रहे हैं। एक अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है तो दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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