Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

महानवमी पर श्रवण नक्षत्र के साथ हो रहा गजकेसरी योग का निर्माण, जानें कन्या पूजन का उत्तम मुहूर्त

Published

on

navratri navami 2023 october kanya poojan

Loading

नई दिल्ली। शारदीय नवरात्रि 2023 में नवमी तिथि के दिन सिद्धिदात्री माता का पूजन किया जाता है। इस बार महानवमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं। इसबार महानवमी पर श्रवण नक्षत्र के साथ गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है। नवरात्रि की नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन किया जाता है। इस दिन कन्याओं को देवी का स्वरुप मानकर पूजा की जाती है। मान्यता है कि महानवमी तिथि के दिन कन्याओं का पूजन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

नवमी तिथि का आरंभ

महानवमी तिथि का आरंभ 22 अक्टूबर को रात में 8 बजे से होगा।

23 अक्टूबर को उदया तिथि में नवमी तिथि होने से महानवमी का कन्या पूजन सोमवार 23 अक्टूबर को होगा।

23 अक्टूबर को शाम में 5 बजकर 45 मिनट तक नवमी तिथि रहेगी।

इस दिन श्रवण नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। साथ ही चंद्रमा का संचार मकर राशि में होगा और गुरु मेष राशि में रहेंगे। जिससे गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है।

नवमी तिथि पर कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त

23 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 26 मिनट से लेकर 7 बजकर 51 मिनट तक अमृत योग में कन्या पूजन करना शुभ रहेगा।

इसके बाद सुबह 9 बजकर 16 मिनट से लेकर 10 बजकर 40 मिनट तक शुभ योग में आप कन्या पूजन कर सकते हैं।

कन्या पूजन के नियम

कन्या पूजन के लिए सबसे पहले कन्याओं को आमंत्रण देकर आएं।

याद रखें कि कन्या पूजन के लिए 2 से 10 साल तक की बच्चियों को ही आमंत्रण दें।

कन्या पूजन के लिए कन्याओं के साथ साथ एक बालक को भी शामिल करें।

इस दिन सात्विक भोजन ही बनाएं। भोजन में प्याज लहसून का प्रयोग न करें।

भोजन में हलवा और काले चने की सब्जी जरुर बनाएं।

कन्या पूजन से पहले मां दुर्गा को भोग लगाएं।

कन्याओं को सम्मान से भोजन कराने के बाद दक्षिणा देकर अच्छे से विदा करें।

Continue Reading

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

Published

on

Loading

लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

Continue Reading

Trending