Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

गीता हमें मानवता का धर्म सिखाती हैं: आचार्य रजनीश भट्ट

Published

on

Gita teaches us the religion of humanity

Loading

लखनऊ। परमपूज्य श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा संस्थापित विश्व जागृति मिशन और स्वर्गीय श्री राकेश कुमार मित्तल द्वारा संस्थापित कबीर शांति मिशन के संयुक्त तत्वावधान में श्रीमद्भगवद्गीता में जीवन दर्शन विषय पर तीन दिवसीय (8,9 और 10 दिसंबर) सत्संग का आयोजन स्मृति भवन, विपुल खण्ड गोमती नगर लखनऊ में किया गया। सत्संग प्रतिदिन अपरान्ह 3 बजे से 5 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।

कबीर शान्ति मिशन में त्रिदिवसीय श्रीमद्भगवद्गीता सतसंग का आयोजन

सिध्दि धाम आश्रम (कानपुर बिठूर )के आचार्य श्री रजनीश कथा व्यास जी द्वारा गीता के जीवन दर्शन द्वारा जीवन को उत्कृष्ट और सार्थक कैसे बनाया जा सकता है पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सन्तोष आपके जीवन में अदभुत आनंद और ऊर्जा लाता है,विचारों को हमेशा उच्च रखो,विचार आपके जीवन की गति का निर्धारण करते हैं।

श्रीमद्भगवद्गीता जिसके कारण अर्जुन का शोक शांत हुआ और विजयश्री प्राप्त हुई, गीता में 574 श्लोक भगवान द्वारा गाये गए हैं यह भगवान की दिव्य वाणी है, परमात्मा भक्त की समस्याएं अपने ऊपर ले लेता है।

इस ग्रन्थ के माध्यम से हमें दुनिया की सभी खुशियां मिलती हैं,गीता हमें मानवता का धर्म सिखाती हैं, हम सबके सुख की कामना करते हैं, श्रीमद्भगवद्गीता वसुधा अमृत है के समान है जिसके पान से न विषाद होता है न भय।

कबीर शान्ति मिशन  के सौजन्य से आयोजित आज सतसंग के पहले दिन  समस्त भगवत् चरणानुरागी आत्मीय  बन्धुओं एवं बहनों ने इस ज्ञान गंगा रूपी सत्संग का लाभ लेने हेतु भारी संख्या में अपनी भागीदारी देकर सत्संग रूपी अमृत का पान किया।

आज के इस भगवद सत्संग में प्रमुख रूप जिनकी उपस्थिति रही उनमें बी के पांडेय, प्रमिल द्विवेदी, डॉ नीता सक्सेना, प्रो कीर्ति नारायण, विश्व जागृति मिशन लखनऊ मण्डल की चेयरपर्सन मीनाक्षी कौल, राजेश अग्रवाल, के डी सिंह, हास्य योगी शिवा राम मिश्र, नीरू द्विवेदी, रजनी राय आदि की विशेष उपस्थिति रही।

Gita teaches us the religion of humanity, kabir peace mission,

Continue Reading

आध्यात्म

मौनी अमावस्या स्नान के पहले नव्य प्रकाश व्यवस्था से जगमग हुई कुम्भ नगरी प्रयागराज

Published

on

Loading

महाकुम्भ नगर। त्रिवेणी के तट पर आस्था का जन समागम है। महाकुम्भ के इस आयोजन को दिव्य ,भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए इससे जुड़े शहर के उन मार्गों और चौराहों को भी आकर्षक स्वरूप दिया गया है जहां से होकर पर्यटक और श्रद्धालु महा कुम्भ पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में अब सड़क किनारे के वृक्षों को रोशनी के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।

मौनी से पहले शहर की प्रकाश व्यवस्था को दिया गया नया लुक

प्रयागराज महा कुम्भ आ रहे आगंतुकों के स्वागत के लिए की कुम्भ नगरी की सड़कों को सजाया गया, शहर के चौराहे सुसज्जित किए गए और बारी है सड़क के दोनों तरह मौजूद हरे भरे वृक्षों को नया लुक देने की । नगर निगम प्रयागराज ने इस संकल्प को धरती पर उतारा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता ( विद्युत ) संजय कटियार बताते हैं कि शहर में सड़क किनारे लगे वृक्षों का नया लुक देने के यूपी में पहली बार नियॉन और थीमेटिक लाइट के संयोजित वाली प्रकाश व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था में शहर के महत्वपूर्ण मार्गों के 260 वृक्षों के तनों, शाखाओं और पत्तियों में अलग अलग थीम की रोशनी लगाई गई है। इनमें नियॉन और स्पाइरल लाइट्स को इस तरह संयोजित किया गया है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कैसे रात के अंधेरे में पूरा वृक्ष आलोकित हो गया है। शहर से गुजरकर महा कुम्भ जाने वक्ष पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन कर सकेंगे।

शहर के 8 पार्कों में भी लगाए म्यूरल्स

सड़कों और चौराहों के अलावा शहर के अंदर के छोटे बड़े पार्कों में भी पहली बार उन्हें सजाने के लिए नए ढंग से संवारा गया है। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ( विद्युत) संजय कटियार का कहना है कि शहर के चयनित आठ पार्कों में पहली बार कांच और रोशनी के संयोजन से म्यूरल्स बनाए गए हैं जो वहां से गुजरने वालों का ध्यान खींच रहे हैं। 12 तरह के म्यूरल्स इन पार्कों में लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसके पूर्व शहर शहर की 23 प्रमुख सड़कों , आरओबी , और फ्लाईओवर्स पर स्ट्रीट लाइट और पोल पर अलग-अलग थीम पर आधारित रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मोटिव्स लगाए गए थे ।

Continue Reading

Trending