Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

बुनकरों के लिए खुशखबरी, योगी सरकार की सौर ऊर्जा योजना देगी बिजली बिल से छुटकारा

Published

on

Good news for weavers

Loading

वाराणसी। वाराणसी समेत यूपी के बुनकरों के लिए खुशखबरी है। अब उनको पारंपरिक बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। ना ही बिजली के रेट बढ़ने पर उनकी आय में कमी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुनकरों को सुविधा देने के लिए और विश्व के वस्त्र उत्पादन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

योगी सरकार पावर लूम बुनकरों को सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए अनुदान प्रदान कर रही है, जिससे बुनकरों की बिजली की बचत के साथ ही उनका खर्च भी कम होगा। बता दें कि ‘मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना’ के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र अनुदान के साथ उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना में महिला बुनकरों को भी विशेष लाभ दिया जाएगा।

उपलब्ध कराया जाएगा सौर ऊर्जा संयंत्र

बनारसी साड़ी की बुनकारी की पूरी दुनिया कायल है। बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक, सभी बनारसी साड़ी के दीवाने हैं, लेकिन इनके बुनकरों को कभी-कभी बिजली के अभाव के कारण वस्त्र के उत्पादन और आय पर असर पड़ता है।

वाराणसी परिक्षेत्र के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने बताया की मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र उपलब्ध कराया जाएगा। सामान्य पावरलूम बुनकरों के लिए सोलर प्लांट की कुल लागत का 50 प्रतिशत सरकार देगी। बाकी का 50 प्रतिशत या अतिरिक्त राशि लाभार्थी खुद या बैंक से ऋण लेकर वहन करेंगे।

वहीं अनुसूचित जाति/जनजाति के पावरलूम बुनकरों के लिए योगी सरकार 75 प्रतिशत का अनुदान देगी और 25 प्रतिशत लाभार्थी को खुद या बैंक से ऋण लेकर वहन करेंगे। 10 किलोवाट तक के सोलर प्लांट का प्रस्ताव स्वीकृत परिक्षेत्र स्तरीय कमेटी द्वारा जबकि 10 किलोवाट से अधिक का राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा किया जाएगा।

महिला बुनकरों को भी मिलेगी राहत

उन्होंने बताया कि योजना का लाभ कम से कम 10 प्रतिशत महिला बुनकरों को भी दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में कुल 2,50,000 पॉवरलूम कार्यरत हैं, जिसके माध्यम से 5,50,000 पावरलूम बुनकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के लिए यूपीनेडा को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending