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गुजरात

जीतेगा गुजरात हारेगा चक्रवात, NDRF SDRF की 30 टीमें हैं मुस्तैद; 15 रिजर्व में

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Gujarat will win Cyclone will lose

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अहमदाबाद। पिछले एक हफ्ते से गुजरात के लिए चुनौती बना चक्रवात बिपरजॉय आज रात आठ बजे के करीब कच्छ के जखाऊ में लैंडफॉल करेगा, लेकिन शक्तिशाली तूफान होने के बाद भी यह ज्यादा तबाही नहीं मचा पाएगा। बिपरजॉय से मुकाबला करने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 30 टीमें ( 18+ 12 टीम) तैनात हैं।

इसके अलावा 15 टीमें रिजर्व में रखी गई हैं जो जरूरत पड़ने पर एयरलिफ्ट होकर सीधे मदद के लिए जरूरी स्थान पर पहुंचेंगी। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ भारतीय सेना भी इस चक्रवात से मुकाबले को लोगों को रेस्क्यू और उन्हें मदद पहुंचाने के लिए मुस्तैद है। एनडीआरएफ की सबसे ज्यादा टीमें कच्छ में तैनात की गई हैं।

जीतेगा गुजरात, हारेगा चक्रवात

अब जब कुछ ही घंटों बाद चुनौती बना बिपरजॉय चक्रवात लैंडफॉल करेगा तब एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने उम्मीद जताई है कि चक्रवात ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।

उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने जिस तरह से इस तूफान से लड़ने की तैयारियां की हैं। उससे कहा जा सकता है लॉस ऑफ लाइफ काफी कम होगा। हम इसे मिनिमाइज करने की स्थिति में हैं। करवाल ने कहा कि फिशिंग बोट को एंकर किया गया है। तो वहीं बड़े जहाजों को पहले ही समुद्र के ऐसे एरिया में भेज दिया गया है जहां पर चक्रवात का प्रभाव नहीं है।

फ्लाइंग ऑब्जेक्ट का खतरा नहीं

करवाल ने कहा बिपरजॉय के आने से पहले ही राज्य सरकार ने 4000 से अधिक होर्डिंग्स हटा ली हैं। तूफान में इनके फ्लाइंग ऑब्जेक्ट बनने का खतरा होता है। अब यह स्थिति भी नहीं है। करवाल ने कहा गुजरात सरकार ने काफी अच्छे तरीके से प्रभाव में आने वाले क्षेत्रों को लोगों को हटा लिया है।

उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को पहले से चिन्हित करके सुरक्षित तरीके से अस्पातल में डिलीवरी के रखा गया है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि बिपरजॉय से हम नुकसान को कम से कम करने की स्थिति में हैं।

1600 किमी का समुद्री किनारा

गुजरात में 1600 किलोमीटर लम्बा समुद्री किनारा होने के कारण राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों में आने वाले चक्रवातों का ख़रता बना रहता है। समुद्र के तटवर्ती इलाकों से अभी तक राज्य सरकार सुरक्षित तरीके से 94 हजार लोगों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया है। राज्य सरकार ने तटवर्ती क्षेत्रों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 75 मल्टीपर्पज़ साइक्लोन शेल्टर्स (MPCS) का निर्माण किया है।

इन 75 मल्टीपर्पज़ साइक्लोन शेल्टर्स में जूनागढ़ में 25, गीर सोमनाथ में 29, पोरबंदर में 4, देवभूमि द्वारका में 4, कच्छ में 5, अमरेली में 2, जामनगर में 1, नवसारी में 1, भरूच में 5 और अहमदाबाद में 1 शेल्टर का समावेश होता है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल गांधीनगर के नियंत्रण कक्ष में मौजूद हैं और नजर रख रहे हैं।

मेगा इवैक्यूशन ड्राइव

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के निर्देश पर अभी तक कच्छ में 46,823, जूनागढ में 4864, जामनगर में 9942, पोरबंदर में 4379, देवभूमि द्वारका में 10,749, गीर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9243 और राजकोट में 6822 नागरिकों सहित कुल 8 ज़िलों में अब तक कुल लगभग 94,427 नागरिकों का सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरण कराया गया है। इनमें 8930 बच्चे, 4697 वृद्ध और 1131 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।

गुजरात

सूरत के ज्वैलर्स का कमाल, 4.7 कैरेट के हीरे पर उकेरा डोनाल्ड ट्रंप का चेहरा

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गुजरात । इस समय चारों तरफ सिर्फ अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की बातें हो रही हैं। बीते दिन डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी में दूसरी बार राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। इस दौरान दुनिया भर के मेहमान इस शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह का गुजरात कनेक्शन भी सामने आया है। दरअसल, सूरत के लैबग्रोन डायमंड ने डोनाल्ड ट्रंप के लिए खास गिफ्ट तैयार किया है, जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।

2 महीने में तैयार हुआ अनोखा हीरा

गुजरात के हीरा व्यापारी मुकेश पटेल और स्मित पटेल की कंपनी लैबग्रोन डायमंड के 5 अनुभवी ज्वैलर्स ने डोनाल्ड ट्रंप के चेहरे को 4.7 कैरेट के हीरे पर उकेरा है। इस डोनाल्ड ट्रंप वाले हीरे को इन 5 ज्वैलर्स ने 2 महीने में तैयार किया है। यह हीरा भारत की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप को एक खास गिफ्ट के तौर पर दिया जाएगा। हीरे को तराशकर इस तरह की आकृति देना बहुत ही मुश्किल काम है। इसमें बहुत फोकस और सावधानी की जरूरत होती है। इसलिए 5 अनुभवी तराशकरों को भी इसे बनाने में 60 दिन का समय लगा।

इंटरनेशनल मार्केट में हीरे की कीमत

जानकारी के अनुसार, इस हीरे की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में 10 हजार अमेरिकी डॉलर (8,64,255 भारतीय रुपये) बताई जा रही है। ये अनोखा हीरा न सिर्फ सूरत के हुनर को दिखाता है, बल्कि भारतीय कला और तकनीक की भी खास मिसाल पेश करता है। इस हीरे की फोटोज और वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बता दें कि, इससे पहले भी सूरत की इसी कंपनी ने अमेरिका की प्रथम महिला को एक लैबग्रोन डायमंड गिफ्ट में दिया था, जिसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सौंपा था।

 

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