Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

गुरुग्राम में प्रेमिका ने प्रेमी को उतारा मौत के घाट, डंडों और पत्थरों से कुचल कर की हत्या

Published

on

Loading

गुरुग्राम में एक 24 वर्षीय युवती ने अपने ही प्रेमी को डंडों और पत्थरों से कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना में उसके मुंह बोले भाई ने भी साथ दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, कल देर शाम गुरुग्राम पुलिस को सूचना मिली थी कि एक युवक और युवती किसी ऑटो चालक को लाठी डंडों से बेरहमी से पीट रहे हैं। मौके पर पहुंची गुरुग्राम पुलिस ने युवक को गंभीर हालात में पाया और तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जानकारी के मुताबिक मृतक आसिफ यूपी के बदायूं का रहने वाला था और गुरुग्राम में ऑटो चलाता था।

बीते 3 साल से आसिफ और सोनिया का अफेयर चल रहा था। सोनिया ने अपने आशिक की हत्या को अंजाम इसलिए दिया क्योकि उसका आशिक आसिफ अपने मां बाप की मर्ज़ी से शादी के बंधन में बंधने वाला था। पुलिस के मुताबिक इस विवाद को लेकर दोनों में काफी समय से तकरार चल रही थी।

बता दें कि शुरुआती छानबीन में युवती और युवक के शामिल होने की बात सामने आई थी। जिसके बाद हरकत में आई गुरुग्राम पुलिस ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों सोनिया और उसके मुंहबोले भाई याकूब को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गुरुग्राम पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल लाठी डंडे और लोहे की रॉड को बरामद कर मामले की तफ़्तीश शुरू कर दी है।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending