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मुख्य समाचार

ज्ञानवापी केस: शिवलिंग के दर्शन-पूजन की मांग पर आज होगी सुनवाई

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वाराणसी। वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन-पूजन की मांग की याचिका पर आज शनिवार दोपहर सुनवाई होगी। प्रकरण में विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर सुनवाई होगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट (सीनियर डिवीजन) जस्टिस महेंद्र पांडेय की अदालत में दाखिल प्रार्थना पत्र में ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग को अविमुक्तेश्वर महादेव बताते हुए नियमित दर्शन-पूजन की मांग की गई है।

इसमें मुस्लिम पक्ष से अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के साथ ही शासन व स्थानीय प्रशासन को प्रतिवादी बनाया गया है।  बता दें इसी वर्ष 16 मई को एडवोकेट कमिश्‍नर की सर्वे कार्रवाई के दौरान वजूखाने की जांच करते वक्त एक बड़ा शिवलिंग मिलने के बाद आनन फानन में अदालत ने वह स्‍थल मुस्लिमों के वजू के लिए सील कर दी।

वजूखाना सील करने के बाद से ही हिंदू पक्ष द्वारा मस्जिद में मिले शिवलिंग के पूजन और अर्चन की मांग की जा रही है। शिवलिंग के पूजन को लेकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन तक की चेतावनी प्रशासन को विभिन्‍न संगठनों की ओर से दी जा चुकी है।

इस मामले में अदालत में विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर पूर्व में भी सुनवाई होती रही है। अब हिंदू पक्ष फैसले की आस में इंतजार कर रहा है।

इस मामले में मुस्लिम पक्ष की ओर से शिवलिंग को फव्‍वारा बताकर केस को खारिज करने की मांग की गई है। इसी मामले में अदालत को वक्‍फ की संपत्ति को सुनवाई का अधिकार न होने की मांग करते हुए केस खारिज करने की मांग भी की गई है। अब इस मामले में शनिवार को अदालत का रुख केस की दिशा तय करेगा।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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