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प्रादेशिक

हरियाणा: पलवल निवासी युवकों की कार को डंपर ने मारी टक्कर, सभी छह की मौत

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Horrific road accident in Varanasi

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गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर गुरुवार देर रात सड़क हादसे में छह युवकों की मौत हो गई। सभी पलवल के कैंप इलाके के रहने वाले थे। सभी रात करीब डेढ़ बजे गुरुग्राम से जन्मदिन की पार्टी कर लौट रहे थे, तभी युवकों की कार को क्रशर से भरे एक डंपर ने टक्कर मार दी।

आरोपी चालक टक्कर मारने के बाद भी डंपर रोकने की बजाय भगाता रहा। सभी युवक कार सहित डंपर के अगले दो पहियों के बीच में फंस गए। करीब 100 मीटर तक घसीटे जाने के कारण कार के परखच्चे उड़ गए और सभी युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मांगर चौकी व धौज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कार से बाहर निकाले।

आरोपी डंपर चालक फरार हो गया। पुलिस ने डंपर कब्जे में ले लिया है। मृतकों की पहचान पलवल स्थित जवाहर नगर कैंप निवासी विशाल सेठी (18), पुनीत (27), बलजीत (27), जतिन (26), संदीप (28) व आकाश उर्फ नोनी (29) के रूप में हुई है। सभी गुरुग्राम से पलवल जा रहे थे। सभी दोस्त थे और जवाहर नगर कैंप में रहते थे।

थाना धौज प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश डागर ने बताया कि वह सूचना मिलने के कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंच गए थे। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और सभी युवकों के शव कार में फंसे हुए थे। पुलिस ने गैस कटर व अन्य उपकरणों से कार को काटकर सभी को बाहर निकाला।

अस्पताल में डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। आरोपी डंपर चालक ने कार को कई मीटर तक घसीटा। जानकारी मिलते ही पुलिस ने आसपास नाकाबंदी कर दी। खुद को फंसता देख आरोपी चालक घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर दूर डंपर छोड़कर फरार हो गया।

एक दोस्त ने जाने से कर दिया था इंकार

परिजनों ने बताया सभी युवक जन्मदिन की पार्टी में जाने की बात कहकर निकले थे। मृतकों का एक दोस्त रिंकू पलवल में उनके घर के पास ही रहता है। गुरुवार को उसका जन्मदिन था। दोस्त चाहते थे कि सभी गुरुग्राम में पार्टी करें लेकिन रिंकू ने जाने से मना कर दिया। इस पर सभी ने केक मंगाकर पलवल में ही पार्टी कर ली थी। इसके बाद रिंकू के अलावा सभी दोस्त कार से गुरुग्राम निकल गए।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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