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प्रादेशिक

हाई अलर्ट पर हरियाणा, अब तक छह की मौत; 104 लोग हिरासत में

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Haryana Nuh Violence

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नूंह (हरियाणा)। हरियाणा के नूंह में दो समुदायों में हिंसक झड़प को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। नूंह में कर्फ्यू जारी है। उपद्रव को देखते हुए जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 लागू की है। आज भी इंटरनेट सेवा बंद है। पुलिस ने 104 लोगों को अबतक हिरासत में लिया है। हिंसक घटना में मरने वालों की संख्या पांच पहुंच गई है।

भीड़ की पिटाई से घायल प्रदीप शर्मा का अस्पताल में निधन

बादशाहपुर के ब्रज मंडल यात्रा से लौट रहे बजरंग दल के बादशाहपुर प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप शर्मा का भीड़ की पिटाई से अस्पताल में निधन हो गया है। निधन की सूचना मिलते ही लोगों में आक्रोश का माहौल है।

मूल रूप से बागपत जिला के पांची गांव के रहने वाले प्रदीप शर्मा काफी दिनों से बादशाहपुर के पास वाटिका कुंज कॉलोनी में रह रहे थे। प्रदीप शर्मा के शव को वाटिका कुंज में लाने की तैयारी चल रही है, लेकिन प्रशासन इसकी अनुमति नहीं दे रहा है।

आरोपितों को दबोचने का काम जारी

नूंह में हुई हिंसा को लेकर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने कहा हिंसा करने वालों की पहचान कर उन्हें दबोचने का काम किया जा रहा है। जिला में बुधवार सुबह शांति दिखी। कहीं से किसी तरह की घटना होने की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, कर्फ्यू लागू है। सुबह 11 बजे से आज फिर फ्लैग मार्च किया जाएगा। कई गांवों के लोग घर में बंद होकर दूसरी जगहों पर भाग गए हैं। कुछ ने गांव से सटी अरावली पहाड़ी पर अपना ठिकाना बना लिया है।

अबतक 104 लोग हिरासत में

दंगाईयों को पकड़ने के लिए पुलिस देर रात कई गांवों मे छापेमारी की है। पुलिस ने कुल 34 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस टीमों ने अर्ध-सैनिक बलों के साथ गांव नल्हड़, खेड़ला, नूंह के वार्ड चार पांच, सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में एक हजार से अधिक जवानों कि साथ छापेमारी की।

सोहना में स्थिति नियंत्रण में, तनाव बरकरार

विश्व हिंदू परिषद की ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान नूंह इलाके में पथराव व गोलीबारी किए जाने के बाद सोहना में भड़की हिंसा पर प्रशासन ने नियंत्रण कर लिया है। हालांकि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसे देखते हुए जिले के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने पीस कमेटी का गठन कर दिया है। इसमें दोनों समुदाय से 31-31 प्रबुद्ध लोगों को शामिल किया गया है।

अलर्ट पर अग्निशमन विभाग

नूंह, सोहना और गुरुग्राम शहर में तनाव के बाद अग्निशमन विभाग अलर्ट पर है। उपद्रव के दौरान वाहनों में आग लगाने की घटना के बाद सोमवार को नूंह में दमकल की तीन गाड़ियां और एक गाड़ी सोहना भेजी गई थी। इसके साथ ही गुरुग्राम के सेक्टर 29 दमकल केंद्र, सेक्टर 37, उद्योग विहार और भीमनगर दमकल केंद्र में कर्मचारियों को अलर्ट पर रखा गया है।

गुरुग्राम में आज से खुले सभी ऑफिस-स्कूल

नूंह में हुई हिंसा की आंच गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में भी फैले थे, जिसके कारण गुरुरग्राम पुलिस हाई अलर्ट पर है। प्रशासन ने ट्वीट कर कहा है कि गुरुग्राम में स्थिति काबू में है। साथ ही कहा गया है  कि स्कूल और कॉलेज आज खुले रहेंगे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें।

बादशाहपुर में RAF ने निकाला फ्लैग मार्च

गुरूग्राम के बादशाहपुर में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया है। इलाके में शांति के लिए यह फ्लैग मार्च निकाला गया है।

गुरुग्राम पुलिस ने किया ट्वीट

गुरुग्राम पुलिस ने ट्वीट कर अपील की है कि हम जनता से अनुरोध करते हैं कि कृपया चिंता न करें। आज आगजनी और झड़प की कुछ घटनाएं हुई हैं, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। हमने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है और शांति बनाए रखने के लिए अलर्ट पर हैं।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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