Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस करेगा योग महोत्सव का आयोजन, ब्राइटर माइंड की प्रस्तुति रहेगी मुख्य आकर्षण

Published

on

Heartfulness

Loading

लखनऊ। योग से निरोगी जीवन और ध्यान से तनाव मुक्त-शांतिपूर्ण जीवन शैली की सौगात मिल सकती है। योग एवं ध्यान के महत्व से आम जनमानस को परिचित कराने के उद्देश्य से श्री रामचंद्र मिशन, हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट एवं संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में हर दिल हर दिन ध्यान योग महोत्सव का आयोजन देश के कई राज्यों में किया जा रहा है।

राजधानी में यह महोत्सव अलीगंज सेक्टर एच स्थित एल.डी.ए. फुटबॉल स्टेडियम में 07, 08 एवं 09 अप्रैल, 2023 को आयोजित किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस महोत्सव में सुबह व शाम को मिलाकर कुल 5 सत्रों का आयोजन किया जाएगा।

महोत्सव में प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए जाएंगे। भजन संध्या, पोलैरिटी तथा बच्चों के सर्वागीण विकास पर आधारित ब्राइटर माइंड की प्रस्तुति महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहेगी।

इस विषय में संस्था की जोनल कॉर्डिनेटर शालिनी मेहरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था प्राचीन योग परम्परा एवं मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए महोत्सव में स्कूल-कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, संस्थानों, शासकीय व निजी कार्यालयों एवं स्वयंसेवी संगठनों के साथ-साथ लखनऊ के सम्मानित नागरिकों को आमंत्रित किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम की मूल अवधारणा एवं संरचना संस्था के अन्तर्राष्ट्रीय मार्गदर्शक पद्मभूषण कमलेश डी. पटेल दाजी जी की है। उनके द्वारा रचित पुस्तक ‘द विज्डम ब्रिज’ का विशेष लोकार्पण महोत्सव की पहली संध्या में किया जाएगा।

महोत्सव का शुभारंभ 7 अप्रैल, 2023 को शाम 6 बजे प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना करेंगे। 8 व 9 अप्रैल, 2023 को सुबह 6 से 8 बजे व शाम 6 से 8 बजे तक सत्रों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक सत्र में महानुभावों की उपस्थिति मुख्य रूप से रहेगी।

राजधानी का महोत्सव प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग व लखनऊ विकास प्राधिकरण के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव में भजन संध्या के अंतर्गत पहले दिन किशोर चतुर्वेदी का गायन होगा। 8 अप्रैल, 2023 को विजय अग्निहोत्री तथा 9 अप्रैल, 2023 को ओंकार शंखधर द्वारा भजनों की प्रस्तुति मंत्रमुग्ध करेगी।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि आजादी के अमृत काल मैं आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में योग महोत्सव में आम लोगों को अलग तरह का अनुभव होगा। एकाग्रचित होकर ध्यान करके स्मरण शक्ति को कैसे बढ़ाया जाए और हृदय शांत रखकर खुशियों कैसे प्रवाहित करें, इसका अभ्याय यहां तीनों दिन किया जाएगा।

लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी कहते हैं कि जब आप स्वस्थ रहेंगे तो लखनऊ स्वस्थ रहेगा। स्वस्थ रहने के लिए उन्होंने लखनऊवासियों से सपरिवार योग महोत्सव का लाभ लेने के लिए अनुरोध किया है।

लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल विवेक कुमार ने डाक विभाग के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों एवं उनके परिजनों से अनुरोध किया है कि वे तीन दिवसीय योग महोत्सव का लाभ अवश्य उठाएं।

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने व्यापारी वर्ग से अनुरोध किया है कि वे योग और ध्यान को दैनिक दिनचर्या का अटूट हिस्सा बनाएं और हर दिल ध्यान हर दिन ध्यान योग महोत्सव के सभी सत्रों में शामिल हों।

उल्लेखनीय है कि तीन दिवसीय इस आयोजन के सभी सत्र निःशुल्क हैं। महोत्सव में भाग लेने के लिए लिंक https://forms.gle/LGVA7jrMrJYR WhN7  पर जाकर निःशुल्क रजिट्रेशन कराया जा सकता है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में टली सुनवाई

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। अगली सुनवाई एक अप्रैल से शुरू होगी। अगली सुनवाई तक कृष्णजन्मभूमि सर्वे मामले पर रोक जारी रहेगी। बता दें कि मुस्लिम पक्ष की कई याचिकाएं SC में दाखिल हुई हैं। इसमें विवादित जगह पर सर्वे की इजाज़त देने, निचली अदालत में लंबित सभी मुकदमों को हाई कोर्ट के अपने पास सुनवाई के लिए ट्रांसफर करने को चुनौती देने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने और क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश पर अपनी रोक बढ़ा दी, जिसमें मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी गई थी। यह परिसर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के निकट स्थित है, जो हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व का स्थल है। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि वह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण के खिलाफ ‘ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंधन समिति’ की याचिका पर सुनवाई अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए टालते हैं।

पीठ ने कहा कि इस बीच, शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण पर रोक लगाने वाला इलाहाबाद हाई कोर्ट का अंतरिम आदेश जारी रहेगा। शीर्ष अदालत ने पिछले साल 16 जनवरी को सबसे पहले हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी थी। हाई कोर्ट ने शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी थी और इसकी देखरेख के लिए एक अदालत आयुक्त की नियुक्ति पर सहमति व्यक्त की थी।

हिंदू पक्ष का दावा है कि परिसर में ऐसे संकेत हैं जो बताते हैं कि इस स्थान पर कभी मंदिर हुआ करता था। हिंदू पक्षों की ओर से पेश वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था कि मस्जिद समिति की अपील हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के खिलाफ दायर की गई थी और मामले से जुड़े आदेश निष्फल हो गए हैं।

 

Continue Reading

Trending