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प्रादेशिक

यूपी के हर अस्‍पताल होंगे डिजिटल, हेल्‍थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक आसान होगी मरीजों की पहुंच

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लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक सभी को डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत ई-हॉस्पिटल में तब्दील करने जा रही है। प्रदेश के अस्पतालों के डिजिटाइजेशन से जहां मरीजों के इलाज-जांच की पूरी डिटेल ऑनलाइन उपलब्ध होगी, वहीं हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक मरीज की पहुंच भी आसान होगी।

यह कवायद पूरी करने के लिए यूपी सरकार ने हेल्थ सिस्टम का डिजिटाइजेशन शुरू कर दिया है। सबसे पहले सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को केंद्र सरकार के एप ‘मेरा अस्पताल’ पर कनेक्ट किया जा रहा है। इस एप पर मरीज अपने नजदीकी अस्पताल को सर्च कर सकेगा।

31 अस्‍पताल ई-हॉस्पिटल सुविधा से लैस

डीजी हेल्थ डॉक्टर वेदव्रत सिंह ने बताया कि अभी 31 अस्पताल ई-हॉस्पिटल सुविधा से लैस हैं। जल्द ही सभी अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को भी ई-हॉस्पिटल बनाया जाएगा। मरीज की पूरा डिटेल्स जैसे मरीज को कौन सी बीमारी है और उसका कहां और क्या इलाज हुआ, यह सब ऑनलाइन मौजूद रहेगा। यूपी में स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 175 के करीब जिला व संयुक्त अस्पताल हैं। इसके अलावा 3604 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं। प्रदेश में 856 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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