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सदन सार्थक चर्चा का महत्वपूर्ण मंच, इसकी गरिमा बनाएं : सीएम योगी

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लखनऊ| प्रदेश के समग्र विकास एवं जनसमस्याओं के समाधान के लिए हम विधानमंडल की कार्रवाई में स्वस्थ चर्चा के लिए तैयार हैं। इसके लिए सर्वदलीय नेताओं की बैठक में सरकार की ओर से सार्थक चर्चा के लिए आवाह्न किया गया। साथ ही सरकार सभी दलों के सदस्यों के उनके सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरकार बाढ़, सूखे से निपटने के लिए सभी दलों के सुझाव का स्वागत करती है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानभवन के गेट नं. 8 के पोर्टिको पर विधानसभा के मानसून सत्र के शुरू होने से पहले मीडिया बंधुओं से बातचीत के दौरान कही। इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, केशव प्रसाद और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना मौजूद रहे।

प्रदेश ने पिछले 6 वर्षों में विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया बंधुओं से बातचीत के दौरान कहा कि सदन आम जनमानस से जुड़ी समस्याओं को रखने एवं इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का महत्वपूर्ण मंच है। ऐसे में सदन में एक स्वस्थ चर्चा के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में सदन को सार्थक चर्चा का विषय बनाना चाहिये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश ने पिछले 6 वर्षों में विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। इन 6 वर्षों के दौरान प्रदेश के परसेप्शन को बदलकर नौजवानों, नागरिकों के सामने कुत्सित राजनीति के कारणों से जो उनके सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था, उस पहचान के संकट से मुक्त करते हुए प्रदेश को देश के एक प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित करने में पूरी सफलता प्राप्त हुई है। एक तरफ जहां इसे आगे बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है, वहीं प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के साथ प्रति व्यक्ति आय को भी दोगना करने में सफलता प्राप्त हुई है।

बाढ़ और सूखे जैसे मुद्​दे पर चर्चा को हम तैयार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से उभर करके देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार प्रदेश की 25 करोड़ जनता के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है और आगे बढ़ रही है। सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के पश्चिम के कुछ जनपदों में जनमानस बाढ़ के प्रकोप से प्रभावित हुआ है, वहीं प्रदेश के 40 से अधिक जनपद ऐसे हैं, जहां पर सूखे की समस्या एक चुनौती के रूप में हमारे सामने आयी है। इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति और विपक्ष के सदस्यों की सहमति पर सदन में इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा के लिए हम तैयार हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी सदस्य आम जनमानस की भावनाओं को ध्यान में रख करके सदन को एक स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा का केंद्र बनाएंगे। साथ ही एक सार्थक चर्चा के माध्यम से विधायिका को और पुष्ट करने का कार्य करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि विधानमंडल की इस कार्यवाही के पहले दिन के अवसर पर सभी सदस्यों का हृदय से स्वागत करता हूं और विश्वास करता हूं कि आम जनमानस की भावनाओं के अनुरूप सभी सदस्य सदन के फ्लोर पर अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखेंगे। इसमें सरकार उन्हें हर प्रकार का सहयोग देगी और हर प्रश्न का जवाब भी देने को तैयार रहेगी।

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई का, 72 साल की उम्र में निधन

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आंध्र प्रदेश। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के पूर्व विधायक एन. राममूर्ति नायडू (72) का शनिवार को यहां एक निजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में निधन हो गया. अस्पताल ने यह जानकारी दी जहां वह इलाज करा रहे थे.

अस्पताल ने एक बुलेटिन में बताया कि राममूर्ति नायडू को हृदयाघात के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्होंने दोपहर 12:45 बजे अंतिम सांस ली. अस्पताल ने कहा कि वह श्वसन संबंधी समस्या के बाद वेंटिलेटर पर थे.

हार्ट अटैक से हुई मौत

जानकारी के अनुसार, एक्टर नारा रोहित के पिता और सीएम चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई नारा राममूर्ति नायडू का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। परिवार के सदस्य उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।

अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक, राममूर्ति नायडू को कार्डियक अरेस्ट के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हृदय और फेफड़े के प्रत्यारोपण के बावजूद, उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं के कारण वह बेहद परेशान थे। अस्पताल ने कहा कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था। उनके सर्वोत्तम चिकित्सा प्रयासों के बावजूद, उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

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