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न टायर्ड हूं न रिटायर, मैं फायर हूं: अजित की बगावत पर जमकर बरसे शरद पवार

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Sharad Pawar lashed out at Ajit rebellion

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नासिक। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने बगावत के लिए भतीजे अजित पर आज जमकर हमला बोला। अजित पवार के ‘रिटायर’ होने वाले सुझाव पर उन्होंने कहा कि अभी वो न थके हैं, न रिटायर हो रहे, उनमें अभी आग बाकी है। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि वह काम करना जारी रखेंगे क्योंकि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि वह काम करते रहें।

अजित और आठ अन्य NCP विधायकों के महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शामिल होने के एक सप्ताह बाद, शरद पवार ने आज शनिवार को नासिक जिले के येवला में रैली करके अपने राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत की, यह क्षेत्र मंत्री छगन भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र है।

NCP से बाहर होंगे बागी

शरद पवार ने अजित पर हमला बोलते हुए कहा कि वो मुझे जो भी कह रहे हैं उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। पवार ने कहा, ”मैं न थका हूं, न रिटायर हुआ, मैं फायर हूं। जल्द ही सभी बागियों को एनसीपी से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा”।

मोरारजी देसाई और वाजपेयी का किया जिक्र

शरद ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में भतीजे अजित की सभी बातों का बेबाकी से जवाब दिया। शरद ने कहा,क्या आप जानते हैं कि मोरारजी देसाई किस उम्र में प्रधानमंत्री बने थे? मैं प्रधानमंत्री या मंत्री नहीं बनना चाहता, बल्कि केवल लोगों की सेवा करना चाहता हूं। मैं अभी बूढ़ा नहीं हुआ।

इसी के साथ पवार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि मैं न तो थका हूं और न ही रिटायर हुआ हूं। उन्होंने कहा अजित मुझे रिटायर होने के लिए कहने वाले कौन होते हैं? मैं अभी भी काम कर सकता हूं।

परिवार की बात परिवार में ही रहे

शरद पवार से जब पूछा गया कि परिवार में उत्तराधिकार की लड़ाई में अजित को इसलिए दरकिनार कर दिया गया, क्योंकि वह उनके बेटे नहीं थे। पवार ने कहा, ”मैं इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। मुझे पारिवारिक मुद्दों पर परिवार के बाहर चर्चा करना पसंद नहीं है।”

सुप्रिया को कभी नहीं बनाया मंत्री

पवार ने कहा कि अजित को मंत्री बनाया गया और उपमुख्यमंत्री भी बनाया गया लेकिन उनकी बेटी सुप्रिया सुले को कोई मंत्री पद नहीं दिया गया, जबकि यह संभव था। उन्होंने कहा कि जब भी राकांपा को केंद्र में मंत्री पद मिला, वह दूसरों को दिया गया, लेकिन सांसद होने के बावजूद सुप्रिया को नहीं।

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सोशल मीडिया पर हवाबाजी करने के लिए युवकों ने रेलवे ट्रैक पर उतारी थार, सामने से आ गई मालगाड़ी

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राजस्थान। सोशल मीडिया पर अपना वीडियो या रील बनाने वालों ने इन दोनों कानून और नियम कायदों को धता बताना अपना शग़ल बना लिया है। रील के लिए कोई पहाड़ से कूद जाता है तो कोई पानी के तेज बहाव की परवाह तक नहीं करता। जयपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कुछ नौजवानों ने स्टंट की खातिर थार जीप को रेलवे ट्रेक पर उतार दिया। फिर जब थार पटरियों पर फँस गई तो उनके हाथ पांव फूल गए। पटरी पर इसी दौरान मालगाड़ी भी आ गई लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से दुर्घटना टल गई।

नशे में धुत्त तीन चार नौजवानों ने सोमवार को जयपुर के सिवांर इलाके में अपनी करतूत से लोगों को परेशानी में डाल दिया। इन युवकों ने पहले एक थार जीप किराए पर ली और उसे लेकर रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। इरादा था ट्रेक पर जीप दौड़ाने का। लेकिन अचानक थार फँस गई पटरियों के बीच। इसी दौरान कनकपुरा रेलवे स्टेशन की तरफ़ से एक मालगाड़ी को आता देख थार में सवार कुछ युवक तो उतरकर भाग गए लेकिन ड्राइवर बैठा रहा। इस बीच मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए जिससे जान माल का नुकसान होने से बच गया। इस दौरान वहाँ आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग भी पहुँच गए और सबने मिलकर ट्रैक से थार जीप को हटाया। लेकिन ये क्या जैसे ही थार ट्रैक से बाहर आई ड्राइवर उसे मौके से भगाकर ले गया । रास्ते में कई वाहनों और दुपहिया को टक्कर मारी लेकिन रुका नहीं। एक जगह बजरी के ढेर पर थार चढ़ गई लेकिन ड्राइवर ने रफ़्तार कम नहीं की और फ़रार हो गया।

 

इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली। पुलिस में जीप को जब्त कर उसके मालिक की तलाश शुरू की तो पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था।वो इस जीप को बेगस से किराए पर लेकर आया था। कुशल चौधरी अभी भी फ़रार है इस संबंध में आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश जारी है। ये सभी ग़ैर जमानती धारा है इनके तीन साल तक की क़ैद का प्रावधान है।

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