Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्य राज्य

भ्रम पैदा करने वाले इस खेल से छवि हो रही खराब: पवार-पवार मुलाकात पर ‘सामना’

Published

on

Saamana on Pawar-Pawar meeting

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र सामना में एनसीपी चीफ शरद पवार और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बीच पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार मुलाकातों पर कहा है कि इससे पवार की छवि खराब हो रही है।

आज सोमवार 14 अगस्त को लिखे गए ‘सामना’ के एक संपादकीय में कहा गया है कि यह देखना “मनोरंजक” है कि अजित पवार अक्सर (अपने चाचा) शरद पवार से मिल रहे हैं और शरद भी इससे परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसी आशंका है कि बीजेपी के ‘चाणक्य’ अजित को शरद पवार के मिलने के लिए भेजकर कुछ भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, ऐसी बैठकें शरद पवार की छवि को खराब करती हैं और यह अच्छा नहीं है।”

पुणे में व्यवसायी के घर गुप्त बैठक

बता दें कि पिछले दिनों महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे)-बीजेपी सरकार के साथ बागी एनसीपी विधायकों के ग्रुप के साथ अजीत पवार ने हाथ मिला लिया और सरकार में शामिल हो गए। ऐसे में सामना ने ये टिप्पणियां पार्टी प्रमुख शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बीच पुणे में एक व्यवसायी के आवास पर हुई ‘गुप्त’ बैठक के दो दिन बाद की है।

शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के सहयोगी हैं शरद पवार

गौरतलब है कि शरद पवार की एनसीपी महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस की सहयोगी है। उन्होंने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर वो अपने भतीजे अजित पवार से मिलते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

भ्रम पैदा करने का खेल अब लोगों के दिमाग से परे

मराठी दैनिक सामना ने संपादकीय में कहा, “भ्रम पैदा करने का यह रोजमर्रा का खेल अब लोगों के दिमाग से परे हो गया है। मौजूदा राजनीतिक खेल के कारण लोग सुन्न हो गए हैं।” इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने शरद-अजीत के बीच बैठकों को हास्यप्रद बताया है।

संपादकीय में कहा गया है, “हम इसमें यह कहना चाहेंगे कि महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट का सबसे बड़ा मजाक उड़ाया है।”

संजय शिरसाट ने किया दावा

विशेष रूप से, शिंदे के समर्थक विधायक संजय शिरसाट ने हाल ही में दावा किया था कि मुख्यमंत्री 24 घंटे काम करते हैं और इसलिए बीमार पड़ गए हैं। इसका जिक्र करते हुए समाना ने कहा, “शिंदे 24 घंटे काम करते हैं, लेकिन इसका असर राज्य में कहीं नहीं दिखता। अगर कभी भी अपना पद खोने के डर से उनकी नींद उड़ गई है तो यह नहीं कहा जा सकता कि वह चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।”

जब भी शिंदे की नींद टूटती है तो वह अपने पैतृक निवास सतारा चले जाते हैं और कुछ देर आराम करते हैं। दावा किया गया कि सीएम शिंदे के खराब स्वास्थ्य के लिए अजित पवार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

इसमें आगे दावा किया गया है कि अजित पवार के सरकार में शामिल होने के बाद से शिंदे की दिल की धड़कनें बढ़ गई हैं और उनका “दिमाग अस्थिर” हो गया है, साथ ही यह भी कहा गया है कि शरद पवार के साथ अजित पवार की लगातार बैठकों ने भी उनके (शिंदे गुट के) “छोटे दिमाग” को चोट पहुंचाना शुरू कर दिया है।

अगर शिरसाट के दावे सही हैं, तो…

सामना ने तंज कसते हुए लिखा है, “अगर शिरसाट के दावे सही हैं, तो शिंदे को आईसीयू में भर्ती कराया जाना चाहिए और (डिप्टी सीएम) देवेंद्र फड़नवीस या अजीत पवार से मिलने से दूर रखा जाना चाहिए। शिंदे को मुंबई या ठाणे के किसी अच्छे अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।”

शिवसेना की चुटकी

शिवसेना ने चुटकी लेते हुए कहा कि सीएम शिंदे की वर्तमान स्थिति के बारे में एक स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया जाना चाहिए। इसे पहले पूर्व सीएम फड़नवीस पर भी निशाना साधते हुए सामना ने कहा है कि डिजिटल दुनिया में कुछ भी नहीं छुपता।

सामना ने कहा, महाराष्ट्र में संभावित राजनैतिक बदलाव की अटकलें तब लगने लगीं जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले राज्य का दौरा किया और शिंदे बीमार पड़ गए। शिंदे गुट को इस बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए। इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र इस तरह की “बीमारी” से उभरेगा, लेकिन हम यह स्पष्ट करते हैं कि राज्य को “किसी तरह के मनोरंजन” के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

 

अन्य राज्य

मॉर्निंग वॉक कर घर लौट रहे व्यापारी की गोली मारकर हत्या, 7 राउंड चली गोलियां

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। शनिवार (7 दिसंबर) सुबह बदमाशों ने गोली मारकर एक व्यक्ति (सुनील जैन) की हत्या कर दी। जिस व्यक्ति की हत्या की गई है, वह बर्तन व्यापारी था।बदमाशों ने 6-7 राउंड फायर कर बर्तन व्यापारी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या किस वजह से की गई है, इसे लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है। हालांकि, यह साफ है कि बदमाश हत्या के इरादे से ही आए थे। उन्हें सुपारी दी गई थी या किसी विवाद के चलते हत्या की गई है। इस बारे में जानकारी नहीं मिली है।

शाहदरा के डीसीपी ने बताया कि फर्श बाजार थाना गोली चलने की घटना के बारे में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पाया कि सुनील जैन पुत्र सुखपाल चंद जैन कृष्णा नगर, दिल्ली उम्र 52 वर्ष गोली लगने से घायल हो गए हैं। वह यमुना स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स में सुबह की सैर के बाद अपने घर लौट रहे थे। बताया गया कि उन्हें एक मोटरसाइकिल में सवार दो लोगों ने गोली मार दी। क्राइम टीम को मौके पर बुलाया गया है। आगे की जांच जारी है।

अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह पर साधा निशाना

हत्या की वारदात के बाद दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना स्थल की फोटो शेयर करते हुए लिखा “अमित शाह जी ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया। दिल्ली को जंगल राज बना दिया। चारों तरफ लोग दहशत की जिंददगी जी रहे हैं। बीजेपी से अब दिल्ली की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही। दिल्ली वालों को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।”

 

Continue Reading

Trending