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अन्तर्राष्ट्रीय

दुनिया को एक परिवार मानता है भारत, अलग-अलग देशों से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने में सक्षम: रुचिरा कंबोज

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Ruchira kamboj in UNSC

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न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत की रणनीतिक स्थिति उसे विभिन्न शक्ति समूहों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने में सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा कि तेजी से हो रहे बदलाव और चुनौतियों से भरे इस युग में भारत न केवल अत्यधिक विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि वाले राष्ट्र के रूप उभर रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भी सामने आ रहा है।

दुनिया को एक परिवार मानता है भारत

रुचिरा कंबोज ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारत दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम के तहत एक परिवार मानता है। हाल के सालों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने विभिन्न देशों में बातचीत और समझ को बढ़ावा देने के लिए भारत के नजरिए को देखा है।

अलग-अलग देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना संभव

उन्होंने कहा कि भारत की रणनीतिक स्थिति इसके गुटनिरपेक्ष इतिहास के साथ मिलकर और विभिन्न शक्ति समूहों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने में सक्षम बनाती है। भारत ने दिखाया है कि अलग-अलग विचारधाराओं और शासन वाले देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना संभव है।

कंबोज ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व लीडर ने सर्वसम्मति से कई प्रस्तावों पर सहमति जताई। उन्होंने आगे कहा कि तेजी से बदलते भू-रणनीतिक और भू-आर्थिक माहौल में खुद को ढालने में असमर्थता के कारण संयुक्त राष्ट्र अपने जनादेश को पूरा करने में सक्षम नहीं है।

उन्होंने दोहराया कि तत्काल संयुक्त राष्ट्र सुधारों के मुद्दे को अब ठंडे बस्ते में नहीं डाला जा सकता है और 21वीं सदी की समकालीन वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए सुरक्षा परिषद की संरचना में बदलाव किए बिना यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

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सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

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