Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

इंदौर को छठी बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब, मप्र भी नंबर 01

Published

on

इंदौर

Loading

नई दिल्ली। स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता रैंकिंग में मप्र के इंदौर को छठी बार पहला स्थान मिला है। एक अक्टूबर को घोषित हुई इस स्वच्छता रैंकिंग में मध्य प्रदेश को बड़े राज्यों में पहला स्थान दिया गया है। त्रिपुरा छोटे राज्यों में पहले स्थान पर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए इंदौर मॉडल पूरे देश में लागू करने की आवश्यकता बताई।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बधाइयां! शुभकामनाएं! अभिनंदन! गर्व है मुझे स्वच्छता के शिखर पर सुशोभित इंदौर पर, गर्व है मुझे इंदौर की जनता पर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त करने पर देवतुल्य जनता, समस्त जनप्रतिनिधियों एवं टीम एमपी के सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ राज्य बनने का गौरव हासिल करने पर मध्यप्रदेश की जनता का हार्दिक अभिनंदन। बारंबार आभार माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का, जिन्होंने स्वच्छता के संकल्प पर हमेशा हमारा मार्गदर्शन किया।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हम सभी के लिए गौरव का क्षण है कि स्वच्छता सर्वेक्षण -2022 में मप्र का इंदौर शहर सिक्सर लगाकर लगातार छठवीं बार स्वच्छता में देश में प्रथम आया है। इस उपलब्धि के लिए मैं इंदौर की जनता के जज्बे व समर्पण को प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं, उन्हें बधाई देता हूं।

इस उपलब्धि का श्रेय में उन सफ़ाई मित्रों को देता हूं, जिन्होंने रात- दिन मेहनत कर इंदौर को एक बार फिर सफ़ाई में सिरमौर बनाया। शहर के सभी जनप्रतिनिधियो, ज़िम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों को भी इस उपलब्धि पर बधाई…

कमलनाथ ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ राज्य बनने का गौरव हासिल करने पर मप्र की जागरूक जनता को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। प्रदेश के सफ़ाई मित्र इसके असली हक़दार है, जिनकी रात-दिन की मेहनत के बतौर प्रदेश ने यह मुक़ाम हासिल किया।

इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर की जागरूक जनता को बहुत सारी बधाई और शुभकामनाएं। उनकी जनभागीदारी, जागरूकता और स्वच्छता की आदत ने इंदौर को फिर देशभर में छठी बार स्वच्छता का परचम फहराने का अवसर दिया है।

इंदौर ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सिक्सर लगाकर देश में नंबर वन आने का काम किया है। साथ ही इंदौर के लिए नए गौरव की बात है कि इंदौर को इस बार सेवन स्टार सिटी का अवॉर्ड भी मिला है।

इसका पूरा श्रेय इंदौर की जागरूक जनता और हमारे सफाई मित्र, नगर पालिक निगम के सभी कर्मचारी-अधिकारी, जिन्होंने कर्तव्यनिष्ठा से काम किया। माननीय शिवराज सिंह चौहान जो हमेशा से ऐसे इनोवेटिव आईडियाज को एग्जीक्यूट करने के लिए लगे रहते हैं।

उनकी परिश्रम की पराकाष्ठा का ही इसका कारण है कि इंदौर छठी बार नंबर वन आया है। हमारी प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को इंदौर ने एग्जीक्यूट करके दिखाया। सभी को पुन: बधाई और शुभकामनाएं

क्यों मिल रहा है हमें छठी बार नंबर वन का खिताब

इस बार इंदौर को नंबर वन बनाने के पीछे काफी मेहनत की गई है। सर्वे में कचरे की प्रोसेसिंग, लिफ्टिंग, सेग्रीगेशन, सफाई, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन, कचरे को अलग- अलग निपटान करने जैसे मानक हैं, जो इंदौर बहुत पहले के सर्वेक्षण में ही पूरे कर चुका है और अब इंदौर थल, जल के बाद वायु प्रदूषण को खत्म करने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

इसके चलते उसे सेवन स्टार का दर्जा भी दिया जा रहा है। बता दें कि इस बार रेटिंग के लिए 7500 अंक का सर्वेक्षण हो रहा है। तीन हजार अंक डिजिटल ट्रेकिंग औऱ् सफाई मित्र सुरक्षा को लेकर हैं। जो हमे पूरे अंक मिले हैं।

2250 अंक का सर्टिफिकेशन (वाटर प्लस व सेवन स्टार रेटिंग) के हैं। इसके अंक भी हमे पूरे मिल रहे हैं। 2250 अंक सिटीजन वाइस और महामारी में तैयारी को लेकर है। इसमें भी इंदौर सबसे आगे रहा। भोपाल को एक लाख से अधिक आबादी वाले शहर में 6वां स्थान मिला है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending