Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

करियर

Moonlighting पर सख्त हुई Infosys, कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला  

Published

on

moonlighting

Loading

नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने मूनलाइटिंग (moonlighting) पर अपनी पॉलिसी स्पष्ट करते हुए कहा कि उसने पिछले 12 महीनों में इस कारण से कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।

हालांकि कंपनी ने मूनलाइटिंग (moonlighting) के कारण नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों की सटीक संख्या के बारे में कुछ नहीं बताया। मूनलाइटिंग पर Infosys के सीईओ सलिल पारेख ने कहा कि हम कभी एक साथ दो नौकरियां करने का समर्थन नहीं करते हैं।

यह भी पढ़ें

उप्र के स्कूलों में क्लर्क पद पर भर्ती हेतु नोटिफिकेशन जारी, जानें योग्यता

अप्रत्याशित बाढ़ त्रासदी में जनता को राहत देना सरकार की प्राथमिकता: सीएम योगी

अगर कोई कर्मचारी एक साथ दो नौकरियां करते हुए पाया गया है, तो यह गोपनीयता का मुद्दा है और हमने ऐसे कर्मचारियों को संस्थान से बाहर का रास्ता दिखाया है। हालांकि कंपनी ने नौकरी के साथ गिग प्रोजेक्ट में काम करने का समर्थन किया।

गिग प्रोजेक्ट पर पारिख ने कहा कि जो भी कर्मचारी अपनी नौकरी के साथ गिग प्रोजेक्ट में काम करना चाहते हैं, वे लोग अपने मैनेजर की अनुमति के बाद कर सकते हैं।

विप्रो भी उठा चुकी है ऐसा ही कदम

इससे पहले देश की एक और बड़ी आईटी कंपनी विप्रो ने मूनलाइटिंग के कारण अपने करीब 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकल दिया था। कंपनी ने मूनलाइटिंग को कर्मचारियों का विश्ववासघात बताया।

क्या है moonlighting

देश में इस समय चर्चा का विषय बन चुके मूनलाइटिंग की शुरुआत विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी के ट्वीट के बाद हुई थी, जिसमें उन्होंने इसे कंपनियों के साथ धोखा बताया था।

बता दें, मूनलाइटिंग वह होती है, जिसमें किसी कंपनी का कर्मचारी एक नौकरी करते हुए बिना अपने पहले नियोक्ता को बताए दूसरी नौकरी करता है।

हाल के दिनों में इस पर काफी चर्चा हो रही है। मूनलाइटिंग के ट्रेंड की शुरुआत पहले पश्चिमी देशों में हुई थी, लेकिन कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम होने के कारण ये तेजी से भारत में लोकप्रिय हुआ।

Infosys, Infosys news, Infosys got tough on moonlighting, moonlighting, what is moonlighting,

उत्तर प्रदेश

यूपीपीएससी पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा आज से शुरू, मजिस्ट्रेट ने दिए जरूरी दिशा निर्देश

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग रविवार को यूपीपीएससी पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन कर रहा है। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई है। परीक्षा की पहली पाली सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक है। दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक है। यूपीपीएससी पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा राज्य के 75 जिलों में आयोजित की जा रही है। यूपी में कुल 1331 एग्जाम सेंटर्स पर परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।

डिजि लॉकर के जरिए परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाए गए प्रश्न पत्र

पीसीएस प्री परीक्षा में इस बार करीब 5,76,154 अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त की गई है। डिजिटल लॉकर के जरिए परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र पहुंचाए गए हैं। इसके साथ ही आंखों की स्कैनिंग के जरिए परीक्षार्थियों की पहचान की गई है।

परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती

यूपी के देवरिया जिले में आज दो पालियों में 21 केंद्रों पर पीसीएस प्री परीक्षा आयोजित की जा रही है। सही तरीके से परीक्षा कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसमें कुल 8640 अभ्यर्थी प्रतिभाग करेंगे। परीक्षा के निष्पक्ष एवं सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए 21-21 सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं केंद्र व्यवस्थापक तैनात किए गए हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकी का इस्तेमाल

इसके अतिरिक्त 10 आरक्षित सेक्टर मजिस्ट्रेट/स्टैटिक मजिस्ट्रेट नामित किए गए हैं। इस बार की परीक्षा में सीसीटीवी कैमरों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकी का भी प्रयोग किया जा रहा है। आज हो रही परीक्षा को लेकर एआई आठ तरह के अलर्ट उपलब्ध कराएगा।

CCTV कैमरा लगाए गए

वहीं, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच औरैया जिले के 9 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में पीसीएस प्री परीक्षा कराई जा रही है। पीसीएस प्री परीक्षा को सकुशल नकल विहीन सम्पन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैदी से देख रहा है। सभी परीक्षा केंद्रों को CCTV कैमरों से लैस किया गया है।

स्ट्रांग रूम की मॉनीटरिंग

परीक्षा केंद्र के 200 मीटर तक कोई भी फोटो स्टेट, कैफे आदि की दुकानों को खोलने पर भी रोक लगाई गई है। औरैया जिले के 9 परीक्षा केंद्रों पर 4032 अभ्यर्थी पीसीएस प्री परीक्षा में शामिल होंगे। सभी परीक्षा केन्द्रों में बनाए गए स्ट्रांग रूम से लेकर जिला मुख्यालय तक की परीक्षा की मॉनीटरिंग की जा रही है।

मजिस्ट्रेट ने दिए जरूरी दिशा निर्देश

इसके साथ ही स्टेटिक मजिस्ट्रेट के साथ ही सचल दल की भी परीक्षा की निगरानी करेगा। आज सम्पन्न कराई जा रही पीसीएस प्री परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर कल अपर जिला अधिकारी औरैया ने भी परीक्षा केंद्रों की व्यवस्थाओं को परख कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं।

Continue Reading

Trending