Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

झारखंड: मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में हो रही मनमानी, सरकारी स्कूलों में जुमे को छुट्टी

Published

on

Loading

रांची। झारखंड के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में अपने स्वयं के नियमानुसार सरकारी स्कूलों को चलाया जा रहा है। हाल ही में सरकारी स्कूलों में प्रार्थना बदलवाने की घटना सामने आई थी और अब स्कूलों की छुट्टी में भी परिवर्तन किया गया है।

प्राप्त समाचार के अनुसार दुमका जिले में 33 ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जिनके नाम में न केवल उर्दू जुड़ा है, बल्कि इन स्कूलों में शुक्रवार को जुमे की छुट्टी रहती है। ऐसे लगभग सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालय मुस्लिम बहुल इलाके में हैं।

हाल में झारखंड के जामताड़ा जिले में उर्दू स्कूलों में शुक्रवार को जुमे की छुट्टी रहने के मामले सामने आने के बाद दुमका में की गई पड़ताल से यह तथ्य उजागर हुआ है। इन 33 उर्दू नामधारी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों को छोड़ कर जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है।

गौरतलब है कि ये सभी 33 स्कूल मदरसा नहीं हैं, बल्कि सामान्य प्राथमिक और मध्य विद्यालय हैं। दूसरे सरकारी स्कूलों की तरह ही इन उर्दू स्कूलों में भी हिन्दी मीडियम में सभी विषयों की पढ़ाई होती है।

केवल स्कूल के नाम में उर्दू जोड़ दिया गया है। जिले के मुस्लिम बहुल इलाके में चल रहे उर्दू नामधारी इन 33 सरकारी स्कूल रविवार को खुले रहते हैं, जबकि शुक्रवार को विद्यालय बंद रहता है।

शनिवार से शुरू होता है सप्ताह

शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश के कारण जिले के उर्दू नामधारी इन सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में सप्ताह की शुरुआत शनिवार से होती है। बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील का जो मेन्यू स्कूल की दीवारों पर अंकित है, उसमें सप्ताह की शुरुआत शनिवार से दिखाया गया है। रविवार को मेन्यू में चावल, दाल व हरी सब्जी के प्रावधान का उल्लेख है। दूसरी ओर शुक्रवार के दिन का कॉलम जुमे की छुट्टी के कारण खाली है।

जिले में कहां-कितने सरकारी उर्दू स्कूल

शिकारीपाड़ा: 10

जामा: 2

जरमुंडी: 2

सरैयाहाट: 7

रानेश्वर: 8

काठीकुंड: 2

दुमका: 2

सभी बीईईओ से रिपोर्ट तलब

मामले पर जिला शिक्षा अधीक्षक (प्रभारी) संजय कुमार दास ने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों के बीईईओ से प्रतिवेदन मांगा गया है। किस परिस्थिति में स्कूलों का नाम परिवर्तित कर उर्दू किया गया है और किसके आदेश से स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को घोषित है,इसकी रिपोर्ट हर प्रखंड से मंगाई जा रही है। रिपोर्ट के आधर पर जांच की जाएगी। जांच के उपरांत दोषियों पर कार्रवाई होगी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending