Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

11000 करोड़ की मेट्रो का उपहार मिलते ही खिले उठे कानपुर के लोगों के चेहरे

Published

on

Loading

लखनऊ। घनी आबादी वाले औद्योगिक नगर कानपुर को मंगलवार की दोपहर पीएम मोदी ने मेट्रो के रूप में विश्वस्तरीय सुविधा का उपहार दिया तो कानपुर के लोगों के चेहरों पर मुस्‍कान खिल गई। जय श्री राम के जय घोष और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कानपुर ने पीएम की इस सौगात का जबरदस्‍त गर्मजोशी के साथ स्‍वागत किया। बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का भी पीएम मोदी ने मंगलवार को शुभारंभ किया।

पीएम मोदी भी कानपुर के अंदाज में ही लोगों के बीच 11000 करोड़ की मेट्रो का तोहफा लेकर पहुंचे तो कार्यक्रम स्‍थल मोदी मोदी के नारों से गूंज उठा। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की मौजूदगी में पीएम ने कानपुर के लोगों को मेट्रो सेवा समर्पित की। प्रधानमंत्री ने सीएम योगी के साथ कानपुर मेट्रो में सफर भी किया। पीएम ने कानपुर मेट्रो के संचालन और सुरक्षा व्‍यवस्‍था का जायजा भी लिया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने विपक्ष पर जोरदार हमला भी बोला। आईटी रेड का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि पिछली सरकार ने भ्रष्‍टाचार का जो इत्र छिड़क रखा था वो सबके सामने आ गया।

लोगों से संवाद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मंगलवार है और पनकी वाले हनुमान जी के आशीर्वाद से, आज यूपी के विकास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ रहा है। आज कानपुर को मेट्रो कनेक्टिविटी मिली है। साथ ही बीना रिफाइनरी से भी कानपुर अब कनेक्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जो डबल इंजन की सरकार चल रही है, वो बीते कालखंड में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में जुटी है। हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं। डबल इंजन की सरकार जिस काम का शिलान्यास करती है उसे पूरा करने के लिए हम दिन रात एक कर देते हैं। मोदी ने कहा कि कानपुर मेट्रो का शिलान्यास हमारी सरकार ने किया, हमारी सरकार इसका लोकार्पण भी कर रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास हमारी सरकार ने किया, हमारी ही सरकार ने इसका काम पूरा किया।

उन्‍होंने कहा साल 2014 से पहले, यूपी में जितनी मेट्रो चलती थी, उसकी कुल लंबाई थी 9 किलोमीटर। साल 2014 से लेकर 2017 के बीच मेट्रो की लंबाई बढ़कर हुई कुल 18 किलोमीटर। आज कानपुर मेट्रो को मिला दें तो यूपी में मेट्रो की लंबाई अब 90 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों तक हमारे देश में ये स्थिति रही कि एक हिस्से का तो विकास हुआ, दूसरा पीछे ही छूट गया। राज्यों के स्तर पर, समाज के स्तर पर इस असमानता को दूर करना उतना ही जरूरी है। हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार यूपी की जरूरतों को समझते हुए, दमदार काम कर रही है। यूपी के करोड़ों घरों में पहले पाइप से पानी नहीं पहुंचता था। आज हम हर घर जल मिशन से, यूपी के हर घर तक साफ पानी पहुंचाने में जुटे हैं।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरी जवाबदेही के साथ यूपी को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार बड़े लक्ष्य तय करना और उन्हें पूरा करना जानती है। कौन सोच सकता था कि यूपी में बिजली के उत्पादन से लेकर ट्रांसमिशन तक में सुधार हो सकता है।

मोदी ने कहा कि यूपी में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने माफियावाद का पेड़ इतना फैलाया कि उसकी छांव में सारे उद्योग-धंधे चौपट हो गए। अब योगी जी की सरकार, कानून व्यवस्था का राज वापस लाई है। इसलिए यूपी में अब निवेश भी बढ़ रहा है और अपराधी अपनी जमानत खुद रद्द करवा कर जेल जा रहे हैं।
ऑटोमैटिक ऑपरेशन नियंत्रण प्रणाली पर दौड़ेगी कानपुर मेट्रो

आईआईटी कानपुर से 9 किमी की दूरी के प्राथमिक सेक्शन में 07 स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं। पहले कॉरीडोर की लम्बाई आईआईटी से नौबस्ता तक 24 किमी है। 32.6 किमी लंबे दोनों कॉरीडोर कुल 30 मेट्रो स्टेशन होंगे। एक बार में 974 यात्री 80 से 90 किमी घंटा की रफ्तार से मेट्रो ट्रेन में सफर कर सकेंगे। कानपुर मेट्रो ऑटोमैटिक ऑपरेशन आधारित नियंत्रण प्रणाली से दौड़ेंगी।

रोजगार और व्‍यवसाय को नई रफ्तार

कानपुर शहर को मिली इस सौगात से व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी होने के साथ-साथ लोगों को अब यात्रा के दौरान आराम, सुरक्षा, महिलाओं और दिव्यांगजनों को विशेष तौर पर यात्रा का सबसे सुरक्षित साधन मिल गया है। मेट्रो ट्रेन में सीसीटीवी कैमरों से लैस बोगियां और सेंट्रल सिक्योरिटी रूप से निगरानी की जाएगी।
वर्ष 2024 तक लगभग 9.42 लाख शहरवासी प्रतिदिन मेट्रो ट्रेन में सफर की सुविधा ले सकेंगे। कानपुर मेट्रो ट्रेन में रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम द्वारा 45 फीसदी ऊर्जाको रीजनरेट कर उसका पुन: उपयोग किया जाएगा। कार्बन डाईऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम, स्वचलित संचालन और ऊर्जा की बचत भी होगी।

सबसे ज्‍यादा शहरों में मेट्रो रेल संचालन करने वाला देश का पहला राज्‍य

उत्तर प्रदेश सर्वाधिक शहरों में मेट्रो रेल के संचालन करने वाला देश का पहला राज्य है। नोयडा, ग्रेटर नोयडा, गाजियाबाद, लखनऊ और अब कानपुर में भी पीएम मोदी ने मेट्रो रेल का संचालन शुरू करवाया। बता दें कि आगरा में मेट्रो परियोजना का कार्य प्रगति पर है और गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ में मेट्रो परियोजना के डीपीआर का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन के उद्यघाटन के मौके पर पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भारत सरकार के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, भारत सरकार की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) साध्वी निरंजन ज्योति, भारत सरकार के राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा समेत प्रदेश के कई मंत्री मौजूद रहे।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending