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उत्तर प्रदेश

काशी को स्मार्ट सिटी से आगे अब वर्ल्ड क्लास सिटी बनाना है: योगी आदित्यनाथ

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वाराणसी। काशी में विजय पर किसी को संदेह नहीं है। लोकसभा, विधानसभा से लेकर हर चुनाव में काशीवासियों का सहयोग सदैव मिला है, मगर इस बार हमारा लक्ष्य फुल मेजॉर्टी का बोर्ड बनाने पर है। डबल इंजन के साथ फुल मेजॉर्टी के ट्रिपल इंजन की ताकत से अब काशी को स्मार्ट सिटी से भी आगे बढ़कर वर्ल्ड क्लास सिटी बनाना है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरोजा पैलेस में आयोजित संवाद सभा को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि दुनिया के हर सनातनी की ये चाहत है कि काशी वैश्विक मंच पर नई आभा बिखेरे। मुख्यमंत्री ने सुदृढ़ हुई कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि आज कोई अपराधी और माफिया सीना तानकर नहीं चल सकता। कोई माफिया किसी नंद किशोर रूंगटा का अपहरण करने का दु:साहस नहीं कर सकता।

काशी आकर गर्व होता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की इस पावन धरा पर मां गंगा की कृपा से परिपूर्ण प्रबुद्धजनों के बीच मैं अपने आप को पाकर हमेशा गौरवान्वित होता हूं। आप सब से संवाद के लिए किसी ना किसी बहाने मेरा काशी आना होता है। पिछले 6 साल के दौरान मेरी सर्वाधिक यात्रा काशी की हुई है।

काशी की यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि ये भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनियाभर के सनातनियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। बीते 9 साल में पीएम ने काशी को कर्मसाधना स्थली बनाकर इसे नये कलेवर और काया के साथ वैश्विक मंच पर नई पहचान दी है। अभी हाल ही में काशी में दुनिया के बीस बड़े देशों का जी-20 सम्मेलन आयोजित हुआ।

कई गुना ज्यादा तेजी से हो रहा है काशी का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी में अब तीन गुना या चार गुना नहीं बल्कि कई गुना ज्यादा तेजी से विकास हो रहा है। सड़कों का चौड़ीकरण हो रहा है। शहर को चारों तरफ से फोर लेन की कनेक्टिविटी दी जा रही है। कैंट से गोदौलिया तक रोपवे बन रहा है, जिससे एक दिन में एक लाख लोग आ जा सकते हैं।

काशी की चौड़ी और चमकती हुई सड़कें, स्वच्छता, टीएफसी, कन्वेंशन सेंटर, कैंसर संस्थान के रूप में विकास स्पष्ट दिखाई देता है। मुझे बताया गया कि यहां कैंसर संस्था में अबतक 21 हजार कैंसर मरीजों का उपचार किया जा चुका है। मैंने खुद मुख्यमंत्री राहत कोष से  72 करोड़ रुपए कैंसर रोगियों के लिए प्रदान किये हैं।

तुष्टिकरण नहीं सशक्तिकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसी भी योजना में बिना जाति, मत, मजबह देखे सबको लाभ दिया है। प्रधानमंत्री के मिशन को विजन मानकर तुष्टिकरण नहीं सशक्तिकरण पर ध्यान दिया। तुष्टिकरण ने यूपी का बेड़ा गर्क करके रख दिया था। आज यूपी में दंगे नहीं हो रहे, व्यापारियों से रंगदारी नहीं वसूली जाती।

उपद्रव का स्थान उत्सवों ने ले लिया। पार्टी विशेष के लोग तमंचे लेकर व्यापरियों को धमकाते थे। हमने युवाओं के हाथ में टैबलेट देकर उसे टेक्नॉलाजी से जोड़कर तकनीकी रूप से सक्षम बनाने का काम किया है। 2017 से पहले क्या स्थिति थी, किसी से छिपा नहीं है।

शहर में शोहदों का आतंक था, मगर हमारे शहर आज सेफ सिटी बन चुके हैं। कूड़े के ढेर दिखते थे, आज स्मार्ट सिटी बन रहे हैं। गर्मी आते ही टैंकर से पानी पहुंचाने की नौबत आ जाती थी, आज हर घर नल योजना चल रही है। हमें प्रधानमंत्री जी के विजन को जमीन पर ले जाना है।

काशी बेहतरीन परिणाम देने जा रही है

उन्होंने कहा कि ये चुनाव आम जनता की बुनियादी आवश्यकताओं को लेकर हो रहा है। सफाई, सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए वाटर टैक्स, जाति प्रमाणपत्र, निवास प्रमाण पत्र निर्गत प्रक्रिया को कैसे सरल कर सकते हैं, कैसे इन व्यवस्थाओं को आनलाइन कर सकते हैं।

ट्रैफिक मैनेजमेंट को कैसे सुधार सकते हैं, ये चुनाव इसपर आधारित है। हमें अच्छी चमकती स्ट्रीट लाइट से लेकर पार्किंग, कन्वेंशन सेंटर जैसी जरूरतों को निकाय चुनाव तय करता है। एक सांसद और विधायक पैसा भेज सकता है, मगर जमीनी धरातल पर कार्य बोर्ड ही तय करता है।

मेरा विश्वास है कि वही बोर्ड सबसे ज्यादा काम करेगा, जिसके साथ पहले से डबल इंजन की तकत जुड़ी हो। काशी में 25 से 30 लाख लोग निवास कर रहे हैं। तीन इंजन एक साथ मिलकर चलते दिखेंगे तो जनता की हर आवश्यकता पूरी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पेजयल लाइन बिछाने में लापरवाही करने वालों पर हमने कठोर कार्रवाई करते हुए 36 इंजीनियर को एक साथ चार्जशीट दी थी। आज वाराणसी में हर परियोजना ऑटो मोड में आगे बढ़ रही है। निकाय चुनाव में काशी बेहतरीन परिणाम देने जा रही है।

इस अवसर पर दिलीप पटेल, विद्यासागर राय, मंत्री जयवीर सिंह, अनिल राजभर, रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालू, विधायक एवं पूर्व विधायक सहित जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर पद के प्रत्याशी अशोक तिवारी और बड़ी संख्या में वाराणसी के प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ में कॉल करते ही 30 मिनट में पहुंचेगी ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट

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महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में इस बार स्वच्छता के लिहाज से विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। सीएम योगी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने संत महात्माओं के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। यहां मच्छर और मक्खियों से पूरी तरह से निजात रहेगी। सीएम के निर्देश पर कुछ इस तरह के इंतजाम किए गए हैं कि महाकुम्भ के किसी भी कोने से बस एक कॉल करते ही 30 मिनट के भीतर ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट मौके पर पहुंचकर मच्छर और मक्खी का खत्म कर देगी। अखाड़ों और टेंट सिटी को इंसेक्ट फ्री बनाने के साथ ही स्वच्छ वातावरण के लिए बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं, जिसके तहत 110 अत्याधुनिक ब्लोअर मिस्ट और 107 मिनी फॉगिंग मशीन तैनात की जा रही हैं।

78 स्पेशल ऑफिसर तैनात

सीएम योगी के निर्देश पर महाकुम्भनगर में सफाई व्यवस्था का विशेष इंतजाम किया जा रहा है। महाकुम्भ के नोडल जॉइंट डायरेक्टर (वेक्टर कंट्रोल) डॉ वीपी सिंह ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान चप्पे-चप्पे पर कीटनाशक का छिड़काव किए जाने की तैयारी है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए इसके लिए 62 पल्स फॉगिंग मशीनें भी मंगवाई गई हैं। इस बार महाकुम्भ में संतों और श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए 78 स्पेशल ऑफिसर तैनात किए जा रहे हैं।

मलेरिया इंस्पेक्टर बोलेंगे, मे आई हेल्प यू

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुम्भ को हर बार के कुम्भ से ज्यादा दिव्य और भव्य बनाना चाहते हैं, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग को इस बार विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। मेला क्षेत्र में मलेरिया इंस्पेक्टर की तैनाती की जा रही है, जो श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेंगे। एक एक अखाड़े में जाकर मलेरिया इंस्पेक्टर संतों और महात्माओं से बात करेंगे और मच्छर, मक्खी की समस्या का तत्काल निदान भी करेंगे।

अफसर रखेंगे सुविधाओं का ध्यान

मेला में वेक्टर कंट्रोल के असिस्टेंट नोडल और डीएमओ डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि महाकुम्भ में पहली बार संतों और श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए इतने व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। 78 स्पेशल ऑफिसर तैनात किए जा रहे हैं।श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अभी फिलहाल 45 मलेरिया इंस्पेक्टरों की तैनाती की योजना बनाई गई है। इनके अलावा 28 असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर भी तैनात किए जाएंगे, जो साधु संतों के साथ साथ श्रद्धालुओं की भी देखभाल करेंगे। इनके अलावा 5 डीएमओ की भी अलग से तैनाती की जा रही है, ताकि महाकुम्भ में किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए।

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