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प्रादेशिक

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व कानपुर नगर के प्रभारी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज जनपद कानपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वैश्विक महामारी के दृष्टिगत समीक्षा बैठक में उनकी समस्याओं तथा सुझावों को साझा किया। साथ ही स्थानीय प्रशासन को कोविड मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन, जगह-जगह पर क्वॉरन्टीन सेंटर व अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर नगर के विभिन्न जनप्रतिनिधियों ,सांसदों विधायकों ,अधिकारियों आदि से वार्ता करते हुए कानपुर की समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की तथा कोरोना महामारी के दृष्टिगत की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से कानपुर में की गई व्यवस्थाओं के बारे में बिंदुवार जानकारी हासिल की तथा महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेडों की उपलब्धता बढ़ाई जाए। जांच का दायरा बढ़ाया जाए। बड़े पैमाने पर सफाई और  सेनेटाइजेशन कार्य कराया जाए। अस्पतालों में लगाए गए मजिस्ट्रेट व नोडल अधिकारियों को और अधिक सक्रिय किया जाए तथा वह अपना मोबाइल नंबर हमेशा खुला रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि विधायकों ,सांसदों, प्रमुख जनप्रतिनिधियो तथा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए और उस ग्रुप में जहां से कोई शिकायत आती है, उसका संबंधित अधिकारी तत्काल निराकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दवाओं व अन्य आवश्यक वस्तुओं आदि की कालाबाजारी किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए, इस पर पैनी नजर रखी जाए। घाटमपुर में 2 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं उन्हें भी उन्हें भी कोविड अस्पताल  बनाए जाने के निर्देश दिए।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 01 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को होने वाले टीकाकरण के लिए  नोडल अधिकारी नामित करते हुए उसकी मानिटरिंग कराई जाए और देखा जाए कि अनावश्यक रूप से कहीं पर ज्यादा भीड़ न लगने पाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नाइट कर्फ्यू व लॉकडाउन के नियमों को शासन के निर्देशानुसार पालन सुनिश्चित किया जाए। वैश्विक महामारी के दौरान सभी के सक्रिय और सजग रहने की प्रबल आवश्यकता है। हम सभी लोग अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें।

उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड प्रबंधन एवं नियंत्रण उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। वायरस संचरण को रोकने के लिए आवश्यक रणनीतियों में न केवल वायरस के प्रसार को प्रतिबंधित करना शामिल है बल्कि मानवीय संपर्क को भी प्रतिबंधित करना शामिल है। उन्होंने कहा कि बड़े कंटेनमेंट जोन का निर्माण कहां और कब किया जाना है, यह निर्णय साक्ष्य और परिस्थितियों के बेहतर विश्लेषण पर आधारित होना चाहिए। प्रसार को रोकने के लिए कंटेनमेंट क्षेत्र में फोकस किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सामाजिक/राजनैतिक/खेल/मनोरंजन /अकादमिक/सांस्कृतिक/उत्सव से संबंधित तथा अन्य भीड़ तथा सभाओं को प्रतिबंधित किया जाए। इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि अस्पतालों में  बेड का ब्यौरा एवं उनकी रिक्ति ऑनलाइन उपलब्ध हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि शापिंग कांप्लेक्स /सिनेमा हॉल/रेस्टोरेंट एवं बार/खेल कांप्लेक्स/जिम/स्विमिंग पूल आदि स्थानों को बंद किया जाए।

केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिए कि उच्च जोखिम के मामलों में विशिष्ट निगरानी रखी जाए। ऑक्सीजन एवं अन्य संबंधित वस्तुएं, दवाएं आदि की उपलब्धता  में एक समन्वय स्थापित किया जाए। परीक्षण तंत्र पर व्यापक महत्व दिया जाए। एक सकारात्मक वातावरण बनाया जाए। भ्रामक सूचनाएं या डर को नजर अंदाज करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। वर्चुवल मीटिग के दौरान कानपुर नगर के सांसद, विधायक, वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों के अलावा कमिश्नर श्री राजशेखर, जिलाधिकारी पुलिस कमिश्नर, नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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