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उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मंडलायुक्त के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध खनन में जुटे हैं खनन माफिया

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Lucknow mining mafia

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लखनऊ। लखनऊ के बीकेटी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत राजापुर गांव में अवैध खनन लगातार जारी है, जहां मानकों के विपरीत खनन माफिया धड़ल्ले से खनन करने में जुटे हैं। जानकारी के मुताबिक राजापुर गांव में एनओसी के तहत परमिशन से ज्यादा खनन किया जा रहा है, जिसे लेकर क्षेत्रीय लोगों को हर रोज दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

आरोप है कि लगातार हो रही अवैध खनन के चलते सड़कें टूट रही हैं जबकि जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। अवैध खनन को लेकर तहसीलदार और एसडीएम से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन कार्रवाई के बजाय अधिकारी चुप्पी साधे हैं।

मंडलायुक्त डा. रौशन जैकब के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए खनन माफिया रात्रि के अंधेरे में जेसीबी मशीन लगातार मिट्टी का खनन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह गोरखधंधा खनन अधिकारी की देखरेख में चल रहा है।

गौरतलब है कि बीते दिनों जिलाधिकारी ने मातहतों को कड़े निर्देश दिए थे कि सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही वैध खनन की अनुमति होगी। सूर्यास्त के बाद खनन व परिवहन की अनुमति नही होगी,अवहेलना करने वालो पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को अवैध खनन करने वालो के विरुद्ध एफ़आइआर दर्ज कराने को भी कहा था।

बता दें कि सआदतगंज के भोला नाथ कुएं के निकट स्थित हयात हॉस्पिटल के पास वाली गली के अंदर भी अवैध खनन हो रहा है। जेसीबी मशीन के द्वारा अवैध बेसमेंट खोदा जा रहा है। आम लोगों ने जब इसकी सूचना दी तो मौके पर पहुंचे खनन इंस्पेक्टर को डम्पर मिला लेकिन वह बिना कार्यवाही के वापस लौट आए जिससे खनन इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध नज आ रही है।

अब देखना यह है कि इन बेख़ौफ़ खनन माफियाओं के विरुद्ध कोई कार्यवाही होती है या मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी के आदेश सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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