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महाराष्ट्र: मंत्रियों के नाम पर भी चौंका सकती है भाजपा, यह दो हैं उद्धव के घोर विरोधी

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मुंबई। महाराष्ट्र में बतौर सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम पद पर देंवेंद्र फडणवीस को शपथ दिलाकर चौकाने वाली भाजपा अब कैबिनेट में भी कुछ ऐसे लोगों को शामिल करवाने की तैयारी में हैं जिसे महाराष्ट्र की राजनीति में मास्टर स्ट्रोक कहा जा सकता है। सरकार गठन को 1 महीने से ज्यादा वक्त होने के बाद भी अब तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हो सका है।

कहा जा रहा था कि मंत्री पदों को लेकर भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। खबर है कि 7 अगस्त तक कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल 15 से 16 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। इसके बाद कुछ और मंत्री परिषद का हिस्सा हो सकते हैं।

कहा यह भी जा रहा है कि जिस तरह से भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाकर चौंकाया था, उसी तरह इस बार मंत्रियों के नाम पर भी चौंका सकती है। भाजपा कोटे से 8 से 9 मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है। इनमें जो 2 नाम चौंकाने वाले हैं, वे निर्दलीय विधायक रवि राणा और नाराय़ण राणे के बेटे नीतेश राणे के हैं।

रवि राणा अमरावती की सांसद नवनीत राणा के पति हैं और उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान पर विवादों में घिर गए थे। पत्नी नवनीत राणा के साथ उन्हें जेल तक जाना पड़ा था और करीब दो सप्ताह बाद बाहर आए थे। ऐसे में भाजपा की ओर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से साफ है कि वह उद्धव ठाकरे को दर्द देने वाले नेताओं को प्रमुखता दे रही है। एक समय शिवसेना में बड़ी टूट करवाकर पार्टी छोड़ने वाले नारायण राणे के बेटे नीतेश राणे को भी मंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर हैं।

संकेत हैं कि भाजपा के नौ और शिंदे समूह के सात लोग मंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन में इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, दादा भूसे, उदय सामंत जैसे नेताओं के नाम चर्चा में हैं। इन लोगों को देवेंद्र फडणवीस के भी करीबियों में ही गिना जाता है लेकिन रवि राणा और नीतेश राणे सरप्राइज माने जा रहे हैं।

खास बात यह है कैबिनेट गठन को लेकर खास ख्याल रखा गया है कि जहां शिवसेना कमजोर है, वहां एकनाथ शिंदे गुट के लोगों को मंत्री पद दिया जाए। भाजपा का मानना है कि इससे उद्धव ठाकरे को कमजोर करने में मदद मिलेगी।

देखें मंत्रिमंडल संभावित की लिस्ट

भाजपा कोटे से मंत्री (संभावित)

चंद्रकांत पाटील

सुधीर मुनगंटीवार

गिरीश महाजन

राधाकृष्ण विखे पाटील

प्रवीण दरेकर

रवींद्र चव्हाण

बबनराव लोणीकर

नीतेश राणे

रवि राणा

शिंदे गुट से मंत्री (संभावित)

दादा भुसे

उदय सामंत

दीपक केसरकर

संदीपन भुमरे

अब्दुल सत्तार

संजय शिरसाट

बच्चू कडू

उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

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